मल्टीमीडिया डेस्क। हमारे शास्त्रों में प्रजापति को प्रथम पुरुष कहा गया है। ऋग्वेद में भी इस बात की पुष्टी की गई है। प्रजापति के तीन पुत्र थे - देव,असुर और मनुष्य। ब्रह्मचर्यपूर्वक निवास करते हुए एक दिन शिष्य भाव से देव प्रजापति से बोले- 'भगवन हमें उपदेश दिजिए।' प्रजापति ने केवल 'द...
मल्टीमीडिया डेस्क। एक राजा था। उसके चार पुत्र थे। राजा के चारों पुत्रों को बंदरों के साथ खेलने का काफी शौक था। चारों राजकुमार बंदरों के हुजूम के साथ राजमहल में खूब खेलते थे। राजमहल की पशुशाला में भेड़ों का एक बाड़ा था। उन भेड़ों में से एक भेड़ ने राजमहल की रसोई का रास्ता देख लिया था। भेड़ मौ...
रिलिजन डेस्क. आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। इस पूर्णिमा पर महालक्ष्मी की आराधना कर व्रत भी किया जाता है। इस बार यह व्रत 24 अक्टूबर, बुधवार को है। धर्म शास्त्रों के अनुसार, जो मनुष्य शरद पूर्णिमा का व्रत विधि-विधान तथा पूर्ण श्रद्धा से करता है उस पर...
रिलिजन डेस्क. कभी-कभी कई ज्ञानी लोग भी ऐसी गलतियां कर देते हैं जो उनके पतन का कारण बनती हैं। ऐसा ही कुछ रावण के साथ भी हुआ था। उसे अपनी शक्ति और ज्ञान पर घमंड़ हो गया था और वो इसका दुरउपयोग करने लगा। इसके कारण इसने कई लोगों का दिल दुखाया और इन लोगों ने ही इसे श्राप देकर काल के मुंह तक पहुंचाया।...
रिलिजन डेस्क. इन दिनों शारदीय नवरात्र का पर्व चल रहा है। इस पर्व में मुख्य रूप से देवी भगवती की उपासना की जाती है। देवी भगवती ने असुरों का वध करने के लिए कई अवतार लिए। सर्वप्रथम महादुर्गा का अवतार लेकर देवी ने महिषासुर का वध किया था। दुर्गा सप्तशती में देवी के अवतार के बारे में बताया गया है।&nb...
मल्टीमीडिया। माता के सभी 51 पीठों पर नवरात्र के दौरान भक्त विशेष रूप से माता के दर्शनों के लिए एकत्रित होते हैं। जिनके लिए वहां जाना संभव नहीं होता है, वह अपने निवास के निकट ही माता के मंदिर में दर्शन कर लेते हैं। नवरात्र शब्द, नव अहोरात्रों का बोध करता है। इस समय शक्ति के नव रूपों की उपासना की...
मल्टीमीडिया डेस्क। आपने कई प्रमुख तीर्थस्थलों के दर्शन किए होंगे और शायद कभी सोचा भी होगा कि पहाड़ों पर ही मंदिर क्यों बनाए जाते हैं। वहां की धार्मिक मान्यता ज्यादा क्यों है? उन जगहों पर ऐसी क्या शक्ति है कि लोग खिंचे चले आते हैं। चामुंडा टेकरी, विंध्यवासिनी, वैष्णोदेवी, पावागढ़, बमलेश्वरी द...
मल्टीमीडिया डेस्क। नौ दिनी शारदीय नवरात्र की शुरुआत 10 अक्टूबर से होगी। इस दौरान कई शुभ योग बनेंगे। हालांकि, कम समय के लिए प्रतिपदा होने से इस बार घट स्थापना के लिए कम समय है। आपको केवल एक घंटा दो मिनट मिलेंगे। पहला और दूसरा नवरात्र दस अक्टूबर को है। द्वितीया तिथि का क्षय माना गया है यानी शै...
रिलिजन डेस्क. जब भी बात नवरात्र की आती है तो हमारा दिमाग पाठ-पूजा, देवी मां की अर्चना-आरती तक ही सीमित रह जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि नवरात्र का त्योहार क्यों मनाया जाता है? इसकी मान्यता क्या है? सदियों से हम नवरात्र का त्योहार मनाते आ रहे हैं, व्रत रखते आ रहे हैं। देश के अलग-अलग हिस्सो...
मल्टीमीडिया डेस्क। आश्विन माह की कृष्ण अमावस्या को सर्वपितृ श्राद्ध अमावस्या कहते हैं। यह दिन पितृपक्ष का आखिरी दिन होता है। इस दिन किया गया श्राद्ध पितृदोषों से मुक्ति दिलाता है। इस दिन उन सभी पितरों का श्राद्ध या पिंडदान किया जाता है, जिनकी मृत्यु अमावस्या तिथि, पूर्णिमा तिथि और चतुर्दशी तिथि...