दिन की शुरुआत शुभ हो तो पूरा दिन शुभ रहता है। इसीलिए सुबह-सुबह शुभ काम करने और शुभ चीजें देखने की परंपरा चली आ रही है। सुबह उठने के बाद अशुभ चीजें देखने से बचना चाहिए। यहां जानिए सुबह कौन-कौन सी चीजें नहीं देखनी चाहिए... दर्पण न देखें सुबह उठने के बाद सबसे पहले दर्पण देखना अशुभ माना...
नई दिल्ली। प्रकाश पर्व दिवाली वाला महीना चल रहा है। राशियों के लिहाज से अक्टूबर बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यहां हम बताएंगे कि विभिन्न राशि वाले लोगों के लिए यह महीना कैसा रहेगा और भविष्य के लिहाज से उन्हें किन बातों की सावधानी बरतना चाहिए। ...
मल्टीमीडिया डेस्क। इस साल करवा चौथ का व्रत 8 अक्टूबर रविवार को पड़ रहा है। विवाहित महिलाएं पति की लंबी उम्र और संतान के सुख के लिए भगवान शिव और उनके परिवार की पूजा करती हैं। चंद्रमा का दर्शन कर महिलाएं उसे अर्घ्य देती हैं और पूजन के बाद पति के हाथ से पानी ग्रहण करती हैं। कई महिलाएं पूरे दिन निर...
गुरुवार, 5 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा है। इस पूर्णिमा की रात में चंद्र अपनी 16 कलाओं के साथ दिखाई देगा। शास्त्रों में शरद पूर्णिमा का काफी अधिक महत्व बताया गया है। आश्विन मास में आने वाली पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा, कोजागरी या कोजागर पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। पुरानी मान्यता है कि शरद...
मल्टीमीडिया डेस्क। किसी के माथे पर तिलक लगा देखकर मन में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि आखिर टीका लगाने से फायदा क्या है? क्या यह महज दूसरों के सामने दिखावे के मकसद से किया जाता है या फिर तिलक धारण का कुछ वैज्ञानिक आधार भी है। दरअसल, टीका लगाने के पीछे आध्यात्मिक भावना के साथ-साथ दूसरे तरह क...
मल्टीमीडिया डेस्क। दशहरे से शरद पूर्णिमा तक चंद्रमा की चांदनी विशेष गुणकारी, श्रेष्ठ किरणों वाली और औषधियुक्त होती है। कहा जाता है कि लंकाधिपति रावण शरद पूर्णिमा की रात किरणों को दर्पण के माध्यम से अपनी नाभि पर ग्रहण करता था। इस प्रक्रिया से उसे पुनर्योवन शक्ति प्राप्त होती थी। चांदनी रात मे...
दशहरे के पांचवे दिन शरद पूर्णिमा का उत्सव मनाया जाता है। असल में यह सिर्फ धार्मिक त्योहार ही नहीं है, यह ऋतु परिवर्तन का उत्सव भी है, आध्यात्मिक, औषधिय और रचनात्मक उत्सव भी होता है। वर्षा से शीत की तरफ बढ़ते दिनों का संक्रमण काल हुआ करता है शरद। उसी का उत्सव है शरद पूर्णिमा। अलग-अलग जगह पर अलग-अलग...
लंका-युद्ध में ब्रह्माजी ने श्रीराम से रावण-वध के लिए चंडीदेवी का पूजन कर देवी को प्रसन्न करने को कहा। उनके बताए अनुसार, चंडी पूजन और हवन हेतु दुर्लभ 108 नीलकमल की व्यवस्था की गई। इधर, हवन सामग्री में पूजा स्थल से एक नीलकमल रावण की मायावी शक्ति से गायब हो गया और राम का संकल्प पूरा होने में संशय द...
सतना जिले की मैहर तहसील के पास त्रिकूट पर्वत पर बने माता के इस मंदिर को मैहर देवी का मंदिर कहा जाता है। मैहर का मतलब है मां का हार। मैहर नगरी से 5 किलोमीटर दूर त्रिकूट पर्वत पर माता शारदा देवी का वास है। पर्वत की चोटी के मध्य में ही शारदा माता का मंदिर है। इस मंदिर को लेकर कई...
सितंबर का आखिरी हफ्ता विषयोग से शुरू होगा और ग्रहण योग में खत्म होगा। शनि-केतु से बन रहे इन अशुभ योगों का ज्यादा असर 9 राशियों पर रहेगा। जिसके कारण वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, धनु, मकर और मीन राशि वालों को संभलकर रहना होगा। वहीं कन्या और तुला राशि वालों के लिए ये हफ्ता उतार-चढ़ाव वाला रहेगा। इनके अलावा...