Friday, 29th August 2025

शनि 6 सितंबर से चलेंगे सीधी चाल, जानें आपकी राशि पर क्या होगा अस

मल्टीमीडिया डेस्क। शनिदेव 6 सितंबर 2018 को शाम शाम 4.44 मिनट पर धनु राशि में ही मार्गी हो रहे हैं। उन्होंने 26 अक्टूबर 2017 को धनु राशि में प्रवेश किया था, लेकिन 18 अप्रैल को वह इसी राशि में वक्री हो गए थे।अब वापस इसी राशि में मार्गी होने से कई राशियों को फायदा होगा, विशेषकर वृषभ, कन्या, वृश्चि...

जन्माष्टमी : रस, दर्शन और जीवन के प्रतीक हैं श्रीकृष्ण

जन्माष्टमी योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के तौर पर मनाया जाता है। कृष्ण भारतीय मानस के नायक हैं। कृष्ण का चरित्र रससिक्त है, दार्शनिक होने के साथ-साथ व्यावहारिक भी हैं... संक्षेप में कृष्ण जीवन का प्रतिबिंब हैं। इसलिए वह नैतिक-अनैतिक, सत-असत से ऊपर हैं। कृष्ण जन्माष्टमी भगवान श्री कृ...

इस मंदिर में बनाई थी पाण्डवों ने स्वर्गारोहण के लिए सीढ़ियां

मल्टीमीडिया डेस्क । सनातन संस्कृति में भारतवर्ष में कई स्थानों को पवित्र माना गया है। इन स्थानों का संबंध देवी-देवताओं और उनके भक्तों से रहा है। इन स्थानों को ऊर्जा का अक्षय स्त्रोत माना जाता है और कई जगहों के बारे में मान्यता है कि देवी-देवता स्वयं इन जगहों पर पधारे थे। ऐसा ही एक सिद्ध स्थान स...

कृष्ण जन्माष्टमी : निधिवन में आज भी रास रचाते हैं कान्हा, कई रहस्य हैं यहां

मल्टीमीडिया डेस्क। भाद्रपद अष्टमी को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। इस साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 3 सितंबर 2018 को है। हालांकि, कुछ जगहों पर यह 2 सितंबर को मनाए जाने की बात हो रही है। भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का यह त्योहार पूरे देश में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। जन्माष्टमी के मौके पर...

कई उत्सवों का एक दिन श्रावण पूर्णिमा

हमारी परंपरा में पूर्णिमा का बहुत महत्व है। शायद इसकी वजह यह हो कि वह महीने का सबसे रोशन दिन होता है। रोशनी को हमने ज्ञान और सद् के प्रतीक के रूप में ग्रहण किया है, इसलिए हर महीने की पूर्णिमा पर पूजा और व्रत का विधान तो होता ही है। प्रत्येक मास के शुक्ल पक्ष की अंतिम तिथि पूर्णिमा होती है। द...

रक्षा बंधन के बारे में प्रचलित हैं ये कहानियां, क्या आपको हैं पता

मल्टीमीडिया डेस्क। इस बार रक्षाबंधन का पर्व श्रावण शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि दिनांक 26 अगस्त 2018 को मनाया जाएगा। इस त्योहार का महत्व सिर्फ भाई और बहन तक ही सिमटा हुआ नहीं है, बल्कि इसका धार्मिक, पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व भी है। यही कारण है कि इस शुभ पर्व को मान्यताओं और मुहूर्त के अनुसार मना...

पूजा में क्यों जलाया जाता है दीपक, इसका धार्मिक और वैज्ञानिक कारण

भारत में दीपक का इतिहास प्रामाणिक रूप से 5000 वर्षों से भी ज्यादा पुराना हैं। भारत में दीपक का इतिहास प्रामाणिक रूप से 5000 वर्षों से भी ज्यादा पुराना हैं। अग्नि का प्राचीनकाल से ही हर धर्म में महत्व है। वेदों में अग्नि को प्रत्यक्ष देवतास्वरूप माना गया है। इसलिए हिंदू धर्म में किसी भी...

26 अगस्त को है रक्षाबंधन, जानिए शुभ मुहूर्त और कैसे मनाएं यह त्योहार

मल्टीमीडिया डेस्क। रक्षाबंधन का शुभ पर्व इस वर्ष 26 अगस्त को है। ज्योतिष पंचांग के अनुसार पूर्णिमा तिथि 25 अगस्त को दोपहर 3.16 मिनट से प्रारंभ हो जाएगी जो 26 अगस्त को सायं 5.25 मिनट तक रहेगी। इस दिन धनिष्ठा नक्षत्र दोपहर 12.35 बजे तक रहेगा। रक्षाबंधन का मुहूर्त 26 अगस्त को प्रातः 7.43 से दोप...

नागपंचमी : परंपरा के माध्यम से पर्यावरण की चिंता

भारत एक कृषि प्रधान देश है। हमारे व्यवस्थाकारों ने इकोलॉजी को समझा और उस हिसाब से परंपराओं की रचना की। उसी परंपरा के तहत हमारे यहां पेड़-पौधों, पशु-पक्षियों की पूजा का प्रावधान किया गया है। इसी के चलते हम श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को नागपंचमी का त्यौहार मनाते हैं। इस दिन नाग देवता के...

जानें क्यों किया जाता है रुद्राभिषेक, किस परेशानी के लिए कैसे करें पूजन

मल्टीमीडिया डेस्क। भगवान शिव एक लोटा जल से भी प्रसन्न होकर अपने भक्तों के सारे कष्ट हर लेते हैं। शिवलिंग पर जलाभिषेक करने से व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। वहीं रुद्राभिषेक करने से व्यक्ति की कुंडली से पातक कर्म एवं महापातक भी जलकर भस्म हो जाते हैं। कहा जाता है कि भगवान शिव के पूजन स...

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