नई दिल्ली. कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव और अगले कुछ महीनों में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए घर-घर जाकर वोट के साथ चंदा मांगने की योजना बनाई है। माना जा रहा है कि पार्टी को कारोबारी समूहों से चंदा नहीं मिल रहा। ऐसे में अब फंड जुटाने की जिम्मेदारी कार्यकर्ताओं को सौंपी गई है। पार्टी के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल और संगठन महासचिव अशोक गहलोत ने गुरुवार को कांग्रेस के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी, जिसमें इस मुद्दे पर फैसला किया गया।
पार्टी के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल और संगठन महासचिव अशोक गहलोत ने गुरुवार को कांग्रेस के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी इसी में इस मुद्दे पर फैसला किया गया।
इस बहाने जनता भी जुड़ेगी : कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, ‘‘बैठक में घर-घर जाकर प्रचार करने और जनता से चंदा जुटाने की बात की गई। यह एक अच्छी योजना है। इससे पार्टी सीधे आम लोगों से जुड़ेगी।’’ बैठक में शामिल रहे एक अन्य नेता ने कहा, ‘‘सबको पता है कि कारोबारी जगत सत्ताधारी दल के साथ है। कांग्रेस हमेशा से गरीबों और आम जनता की पार्टी रही है। जनता से चंदा मांगने में कुछ गलत नहीं है। बल्कि, इस कदम से जनता के बीच यह संदेश जाएगा कि हम चुनावी चंदे को लेकर ईमानदार हैं और जीतने के बाद आम लोगों के लिए ही काम करेंगे।’’
किस दल को कितना चंदा मिला
पार्टी | 2016-17 चंदा (करोड़ रु) | 2015-16 चंदा (करोड़ रु) | दाता |
भाजपा | 532 | 76.85 | 1194 |
कांग्रेस | 41.90 | 20.42 | 599 |
एनसीपी | 6.34 | 0.71 | 22 |
सीपीएम | 5.25 | 1.81 | 200 |
एआईटीसी | 2.15 | 0.65 | 12 |
सीपीआई | 1.44 | 1.58 | 96 |
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