ग्वालियर/रतलाम/ इंदौर/ विदिशा. 12 सितंबर को रतलाम जिले के जावरा आ रहे भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की सभा के लिए स्थल देखने आए ऊर्जा मंत्री पारस जैन के सामने करणीसेना ने सांसद सुधीर गुप्ता को काले झंडे दिखाए। मुर्दाबाद के नारे लगाए।
काले झंडे देखते ही ऊर्जा मंत्री मैदान छोड़कर सर्किट हाउस चले गए। करणीसेना के प्रदेश अध्यक्ष जीवन सिंह पर पुलिस ने केस दर्ज किया। इस बीच प्रदर्शन को लेकर सांसद सुधीर गुप्ता और विधायक राजेंद्र पांडे आपस में उलझ गए। सांसद ने कहा प्रदर्शनकारियों में भाजपा समर्थित लोग हैं तो फिर आप व स्थानीय संगठन इन्हें समझा क्यों नहीं पाए। ग्वालियर में प्रदर्शनकारियों ने मंत्री, सांसदों के निवास पर धिक्कार पत्र चस्पा कर काले झंडे भी लगाए। ग्वालियर में सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के जयविलास पैलेस पर काला झंडा लगाने के साथ ही धिक्कार पत्र चिपकाया गया। शिवराज सरकार में मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया आैर माया सिंह का नाम भी इसमें लिखा गया था। भाजपा के संभागीय आैर कांग्रेस के जिला कार्यालय के साथ ही केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर आैर सांसद प्रभात झा के रेसकोर्स रोड स्थित निवास पर भी ऐसा ही हुआ। उधर, विदिशा में भाजपा विधायक कल्याण सिंह ठाकुर के घर पर प्रदर्शन हुआ। इस दौरान उनसे साथ में चलने की अपील की गई तो वह बोले- मैं पार्टी लाइन से बंधा हूं।
इंदौर अपर कलेक्टर ने फेसबुक पर डाली कविता : इंदौर अपर कलेक्टर कैलाश वानखेड़े ने अपनी सात साल पुरानी एक कविता फेसबुक पर गुरुवार को पोस्ट की। हां मैं दलित हूं, शीर्षक से यह कविता लिखी गई है। इस कविता के डलते ही कई कमेंट शुरू हो गए। हालांकि आंदोलन के दौरान इसे लिखने पर लोग सवाल भी खड़े करने लगे हैं।
आरोन में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प : गुना में पुलिस ने जुलूस निकालने से रोका तो विवाद होने के बाद 23 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं आरोन में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच में झड़प हुई। हरदा में कलेक्टर ज्ञापन लेने नहीं आए तो सपाक्स ने कलेक्टोरेट में भजन गाते हुए विरोध दर्ज कराया।
सपाक्स का आरोप- शहडोल एसपी ने जानबूझकर पीटा : सपाक्स के संरक्षक हीरालाल त्रिवेदी ने कहा कि शहडोल में एसपी ने जानबूझकर एक-दो सिपाहियों के साथ लाठीचार्ज किया। इसके बाद वे गायब हो गए। बंद में हमारा समर्थन था, जो शांतिपूर्ण व मुकम्मल रहा। स्वप्रेरणा से लोग शामिल हुए। एसटी-एसटी एक्ट में किए गए संशोधन को जब तक वापस नहीं लिया जाता, सपाक्स का आंदोलन जारी रहेगा। 30 सितंबर को भोपाल में महारैली निकाली जाएगी। इसमें विभिन्न समाजों के लोग शामिल होंगे।
- सवर्ण संगठनों के बंद को लेकर अशोकनगर, गुना, भिंड, मुरैना, सतना और शहडोल में कुछ स्थिति बिगड़ी थी। अशोकनगर के शाढौरा में भीड़ द्वारा ट्रेन रोकी गई थी, उन्हें हटाया गया। शहडोल में पुलिस और भीड़ के बीच झड़प हुई थी। स्थिति को काबू के लिए भीड़ पर बल प्रयोग करना पड़ा। पूरे प्रदेश में बंद शांतिपूर्ण रहा है। कुछ जिलों में मामूली घटनाएं सामने आई हैं। बंद के दौरान कुछ गिरफ्तारियां भी हुई। इनमें से कुछ लोगों को मुचलके पर छोड़ा गया है। एक विधायक के बेटे को मुचलके पर छोड़ा गया है।’- मकरंद देउस्कर, आईजी इंटेलीजेंस, मध्यप्रदेश
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