लंदन. अंटार्कटिका में कई देशों ने अपने रिसर्च सेंटर बनाए हैं। इनमें एक चिली का भी है। चिली ने अपने सेंटर के पास विला ला एस्त्रेलास नाम का गांव बसाया है, जिसमें 100 लोग रहते हैं। यहां लोगों की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए बैंक, स्कूल, पोस्टऑफिस और जिम बनाए गए हैं। साधारण तकलीफ के लिए डिस्पेंसरी भी है। जो भी वैज्ञानिक, सैनिक या उनका परिवार यहां भेजे जाते हैं, उन सभी का अपेंडिक्स का ऑपरेशन करवाना जरूरी होता है, क्योंकि गांव से कोई बड़ा हॉस्पिटल एक हजार किमी दूर है।
अंटार्कटिका जाने के लिए क्या अपेंडिक्स का ऑपरेशन कराना जरूरी है : सामान्य रूप से अंटार्कटिका में मिशन पर जाने वाले सदस्यों को अपेंडिक्स का ऑपरेशन कराना जरूरी नहीं होता। लेकिन ठंड के दिनों में स्टेशन पर मौजूद अस्पताल में एक ही डॉक्टर होता है जिसके चलते ऑपरेशन करना संभव नहीं होता। अगर उस दौरान ऑपरेशन की नौबत आ जाए तो दूसरे अस्पताल में लाने के िलए काफी मशक्कत करनी पड़ेगी। 1961 में रूस के एक डॉक्टर को अपना अपेंडिक्स का ऑपरेशन आईने में देखकर खुद करना पड़ा था। उस दौरान अस्पताल में कोई भी स्टाफ या दूसरा डॉक्टर नहीं था। इसके लिए उन्होंने लोकल एनेस्थीसिया लिया था। मदद के लिए उन्होंने रूसी मिशन के दो सदस्यों को बुलाया था। अपेंडिक्स शरीर में एक अवशेषी अंग होता है, जो बड़ी आंत से जुड़ा होता है। इससे कोई नुकसान नहीं होता। सामान्य रूप से दर्द उठने पर ही इसका ऑपरेशन होता है।
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