रायपुर। नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों को अंतिम रूप देने मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत शुक्रवार सुबह 8.30 बजे रायपुर पहुंच गए हैं। यहां एयरपोर्ट पर सीईओ निर्वाचन आयोग रायपुर, कमिश्नर, कलेक्टर, एसएसपी रायपुर आईजी ने उनका स्वागत किया। राजधानी में रावत अपनी टीम के साथ दो दिन रहेंगे। उनके साथ दोनों आयुक्त उमेश सिन्हा और सुनील अरोरा भी हैं। सबसे पहले उनकी बैठक राजनीतिक दलों के साथ होगी।
- प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के साथ बसपा और आप ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर से मतदान चाहती हैं, वहीं जोगी कांग्रेस तीन चरणों में चुनाव चाहती है। इनके प्रतिनिधिमंडल रावत के साथ होने वाली बैठक में इसे लेकर ज्ञापन देंगे। ये रावत की पहली ही बैठक होगी। इसके बाद आला सचिवों, कमिश्नर, आईजी, कलेक्टरों और एसपी के साथ अलग-अलग दौर में बैठकें होंगी। शनिवार दोपहर करीब 12.30 बजे रावत पहले प्रेस कान्फ्रेंस करेंगे, फिर मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ मीटिंग। फिर दोपहर भोजन के बाद रावत और दोनों आयुक्त दिल्ली लौट जाएंगे। बसपा और जोगी कांग्रेस शराब के सरकारी कारोबार को देखते हुए आयोग से इसे निगरानी में लेने के लिए कह चुके हैं। इस पर प्रेजेंटेशन देने के लिए शुक्रवार को आबकारी विभाग को बुलाया गया है। आयोग एेसी शराब दुकानों की निगरानी या कार्रवाई के लिए कह सकता है जिनकी पिछले चुनावी सीजन में बिक्री 30 से 50% अधिक रही। इसके अलावा डिस्टलरी बाटलिंग प्लांट और गोदामोंं पर भी अफसर तैनात किए जा सकते हैं।
सरकार की शिकायत करेगी कांग्रेस
- कांग्रेस रावत से प्रदेश सरकार की शिकायत करेगी। आरोप पत्र समिति के प्रमुख मोहम्मद अकबर द्वारा इसके लिए शिकायती पत्र तैयार कराया गया है। कांग्रेस दिल्ली की तरह यहां भी ईव्हीएम की बजाय बैलेट पेपर से चुनाव की मांग करेगी। इसी तरह सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करने सहित कई मुद्दों को लेकर कांग्रेस आयोग के सामने बैठेगी।
मॉडल मतदान केंद्र
- रावत मॉडल मतदान केंद्रोंं की तैयारियों का जायजा लेंगे। इसके लिए बनाए गए एक्शन प्लान पर चर्चा करेंगे। ऐसे मतदान केंद्रोंं के बारे में पूछा जा सकता है जिनका पूरा संचालन महिला कर्मचारियों या दिव्यांग कर्मचारियों द्वारा होगा।
सी-विजिल पर भी फोकस
- सी-विजिल एक मोबाइल एप है, कोई भी इसपर चुनाव गड़बड़ी की शिकायत के लिए फोटो, वीडियो अपलोड कर सकता है। ये एप सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों पर लागू होगा या केवल कुछ जगह, इसे लेकर भी आयोग ऐलान कर सकता है।
इस बार थीम सुगम मतदान
- इस बार चुनाव थीम 'सुगम मतदान' है। सभी कलेक्टरों को करीब 7 मिनट का पॉवरपांइट प्रजेंटेशन देना होगा। इसमें मतदान केंद्रों पर दिव्यांग वोटरों को दी जाने वाली सुविधाएं जैसे रैंप, व्हीलचेयर, ब्रेल लिपि में वोटर लिस्ट आदि की जानकारी होगी।
ये है पार्टियों की राय
- छत्तीसगढ़ में मैदानी आैर नक्सल इलाके को ध्यान में रखकर चुनाव होते हैं। हमारी कोई मांग नहीं। -धरमलाल कौशिक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
- आयोग से पार्टी मांग करेगी कि वोटिंग बैलेट पेपर से ही हो, झुग्गी-बस्ती का मामला भी उठाएंगे। -मों. अकबर, कांग्रेस आरोप पत्र समिति प्रमुख
- ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग आयोग से करेंगे। ताकि मतदान में गड़बड़ी न हा़े। -ओमप्रकाश बाजपेई, प्रदेश अध्यक्ष, बसपा
- हम चुनाव आयोग से छत्तीसगढ़ में निष्पक्ष चुनाव के लिए मांग करेंगे कि वोटिंग बैलेट पेपर से ही हो। -डॉ. संकेत ठाकुर, प्रदेश संयोजक, आप
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