सीहोर. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को मिल बांचें कार्यक्रम में सीहोर के लाड़कुई के स्कूल में पहुंचे। उन्होंने बच्चों के बीच घूमकर उन्हें महाभारत की कहानी सुनाई। इसमें उन्होंने दो मुख्य बातों पर फोकस किया। लक्ष्य हासिल करने के लिए एकाग्र होना जरूरी है। इसके लिए उन्होंने पांड़वों और कौरवों के गुरु द्रोणाचार्य द्वारा पूछे गए उस सवाल का जिक्र किया, जिसमें अर्जुन ने जवाब दिया था कि उन्हें चिड़िया की आंख दिखा दे रही है और कुछ नहीं। इसके साथ ही उन्होंने सदा सत्य बोलने की सीख का भी जिक्र किया। इसके मौके पर एवरेस्ट फतह करने वाली सीहोर की बेटी मधु परमार को एक लाख रुपए देकर सम्मानित किया गया।
नए आसमान छुओ, नई सफलताएं हासिल करो : मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों तुम ईश्वर के अंश हो, अमर-अनंत शक्ति के भंडार हो। तुम राष्ट्र के निर्माता हो। मेहनत से पूरी लगन के साथ पढ़ो, नए आसमान छूओ, नई सफलताएँ हासिल करो। सामने लंबा भविष्य है। आत्मविश्वास से भरे रहना। भगवान ने सभी बच्चों को समान बुद्धि दी है। किसी को कम या ज्यादा नहीं दी। जो मेहनत ज्यादा कर लेता है वह आगे बढ़ जाता है। पढ़ाई के साथ खेल, योग जैसे प्राणायाम को भी अपने दिनचर्या में शामिल करना, मेरे बच्चों। शरीर और बुद्धि को योग प्रखर करता है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन निवास करता है।
गरीब बच्चों की प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक सरकार भरेगी फीस :मुख्यमंत्री संबल योजना के हमने तय किया है कि गरीब बच्चों की प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक की फीस सरकार ही भर रही है। बच्चों तुम मन लगाकर पढ़ो आगे बढ़ो। अभिभावकों को भी पढ़ाई के लिए प्रेरित करते रहना होगा। मेरे पास कुछ बच्चे आ कर कहते थे कि मामा हम पढ़ना चाहते हैं लेकिन हमारे परिजनों के पास हमारी पढ़ाई के लिए पैसे नहीं हैं, उन बच्चों को चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। पैसों की बाधा मेरे बच्चों की आंखों के सपनों के बीच नहीं आने दूंगा।
शिक्षा व्यवस्था में सुधार साथ ही हमने बच्चों को निःशुल्क शिक्षा, मुफ्त किताबें, गणवेश सहित अन्य सुविधाएं भी दी है। आज कई ऐसी हस्तियां अपने स्कूल में बच्चों के साथ विचार साझा कर रही हैं, जहां उन्होंने खुद शिक्षा प्राप्त की है। हमें अपने विद्यालयों को संवारना है, उसमें पढ़ रहे बच्चों का भविष्य उज्जवल बनाना है।
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