इंदौर. प्रदेश में एक बार फिर मानसून सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग ने गुरुवार को इंदौर समेत 33 जिलों में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। इंदौर संभाग के सभी आठ जिले भी इसमें शाामिल हैं। उज्जैन, देवास, रतलाम भी इस दायरे में शामिल हैं। इंदौर में दिन की शुरुआत रिमझिम से हुई है। दरअसल, बंगाल की खाड़ी में एक नया सिस्टम बन रहा है, जिसकी वजह से प्रदेश में लगातार नमी बढ़ रही है। इससे भारी बारिश के आसार हैं।
इन जिलों में अलर्ट : अनूपपुर, बालाघाट, बैतूल, छतरपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, डिंडौरी, हरदा, हाेशंगाबाद, अालीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, धार, इंदौर, उज्जैन, झाबुआ, रतलाम, कटनी, खंडवा, खरगोन, मंडला, नरसिंहपुर, पन्ना, रीवा, सतना, सागर, सिवनी, शहडोल, सीधी, जबलपुर, सिंगरौली, टीकमगढ़, उमरिया।
पिछले 24 घंटे में हुई बारिश सेमी में : कटंगी -20, मंडला-16, सिवनी-10, महिदपुर -8, मंदसौर -7, उमरिया -6, परसवाड़ा-6, खाचरौद - 6, जबलपुर - 5 बालाघाट -5 , गुध-5.
गरज-चमक वाले बादल और आर्द्रता के कारण तेज हुई बारिश : इंदौर में बुधवार को मूसलधार बारिश हुई, लेकिन सिर्फ एयरपोर्ट और गांधी नगर क्षेत्र में। पौने बारह से पौने दो बजे के बीच 59.3 मिलीमीटर (2.3 इंच) पानी बरसा, जबकि इसी समय राजबाड़ा से लेकर पलासिया, विजय नगर, अन्नपूर्णा, भंवरकुआं तरफ रिमझिम या मध्यम गति से बारिश होती रही। मूसाखेड़ी, पूर्वी रिंग रोड पर भी तेज बारिश हुई, लेकिन दो घंटे लगातार नहीं। मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला के मुताबिक एयरपोर्ट, गांधी नगर क्षेत्र में गरज और चमक वाले बादल छाए हुए थे। क्षेत्र में आर्द्रता भी बनी हुई थी। इसी वजह से तेज बारिश का संयोग बना। हालांकि ऐसा सिस्टम लंबे समय तक नहीं रहता है। दो घंटे बरसने के बाद एकदम से बारिश थम भी गई। प्रदेश के कई जिलों में भी ऐसी बारिश हुई है।
यह वर्ष गतवर्ष से बेहतर : बारिश के हिसाब से इस वर्ष का अगस्त पिछले साल के मुकाबले कुछ बेहतर है। इस महीने 18 दिन पानी गिरा। आंकड़ों में 10.3 इंच बारिश दर्ज हुई है, जबकि पिछले साल पूरे अगस्त में 11 दिन में 6 इंच पानी गिरा था। अब तक 628.3 मिमी (24.7 इंच) पानी गिर चुका है, जबकि इस समय तक 656.2 मिमी (25.8 इंच) बारिश होना चाहिए थी।
यशवंत सागर तालाब लबालब : पिछले साल शहर के तालाब सूखे थे। केवल यशवंत सागर में 9 से 10 फीट के बीच पानी था, इस साल यह लबालब हो चुका है। इस अगस्त में बारिश के दिन भले ही ज्यादा हों, लेकिन इसकी स्थिति अब तक पिछले साल जैसी ही बनी हुई है। फर्क इतना है कि पिछले वर्ष जुलाई में अच्छा पानी गिर गया था। अगस्त बहुत सूखा था। इस बार जुलाई और अगस्त में लगभग एक जैसा पानी गिरा है। बारिश तेज के बजाय रिमझिम ज्यादा हुई जो आंकड़ों में दर्ज नहीं हो पाई।
अगस्त के औसत से ज्यादा हो गई बारिश : अगस्त की औसत बारिश 10 इंच यानी 260 मिलीमीटर मानी जाती है। इस वर्ष 10.3 इंच पानी गिर चुका है। यानी, इस माह के औसत से ज्यादा। वहीं, जुलाई और अगस्त को मिलाकर 25.8 इंच तक पानी गिरना चाहिए।
तापमान में 7 डिग्री तक का उतार-चढ़ाव, 20 अगस्त का दिन रहा सबसे ठंडा : इस बार अगस्त में दिन और रात का तापमान भी कई बार असमान रहा। दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से 7 डिग्री तक कम रहा, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य रहा। 20 अगस्त को अधिकतम तापमान 23 डिग्री ही रहा था। कई बार हवा भी 20-30 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली।
आगे क्या, सितंबर में 2 से 3 बार अच्छी बारिश की उम्मीद : मौसम विभाग के अनुसार, इंदौर की कुल दरकार औसत 34.45 इंच है। इस हिसाब से लगभग 10 इंच पानी की जरूरत है। सितंबर में बारिश के दिन कम होते हैं, लेकिन इस साल सितंबर में दो से तीन बार अच्छी बारिश हो सकती है। सितंबर के पहले सप्ताह में मानसून फिर सक्रिय हो सकता है।
तालाबों में जलस्तर की स्थिति
तालाब | क्षमता | इतना भरा |
यशवंत सागर | 19 | 19.5 |
बड़ा बिलावली | 34 | 16 |
बड़ा सिरपुर | 16 | 8.4 |
छोटा सिरपुर | 13 | 9.5 |
लिंबोदी | 16 | 3.8 (जलस्तर फीट में) |
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