- 2017 में रुपया 6% मजबूत हुआ था
मुंबई. डॉलर के मुकाबले रुपया गुरुवार को 23 पैसे गिरकर 70.82 प्रति डॉलर के सबसे निचला स्तर पर पहुंच गया। बुधवार को रुपया 70.65 तक लुढ़का था। हालांकि, क्लोजिंग 49 पैसे की गिरावट के साथ 70.59 पर हुई। मुद्रा कारोबारियों के मुताबिक इंपोर्टर्स और रिफाइनरी की ओर से डॉलर की मांग बढ़ी। इस वजह से रुपए में कमजोरी आई। डॉलर दूसरे देशों की मुद्राओं के मुकाबले भी मजबूत हुआ है।
इस साल रुपए में 10% गिरावट आ चुकी है। दूसरी एशियाई करंसी के मुकाबले इसका प्रदर्शन सबसे खराब रहा। जनवरी से रुपया लगातार गिर रहा है। 18 साल में ये गिरावट का सबसे लंबा दौर है।
अगस्त में रुपए के 5 निचले स्तर
तारीख | डॉलर के मुकाबले रुपया |
30 अगस्त | 70.82 |
29 अगस्त | 70.65 |
16 अगस्त | 70.40 |
14 अगस्त | 69.93 |
13 अगस्त | 69.93 |
रुपए में इस महीने दो बड़ी गिरावट
तारीख | गिरावट |
29 अगस्त | 49 पैसे |
13 अगस्त | 110 पैसे |
रुपए की गिरावट का असर: पेट्रोल-डीजल के रेट बढ़ सकते हैं। भारत अपनी जरूरत का 80% से ज्यादा क्रूड इंपोर्ट करता है। इसके लिए डॉलर में भुगतान करना पड़ता है। विदेश घूमना और वहां पढ़ाई करना महंगा हो जाएगा। क्योंकि, करंसी एक्सचेंज के लिए ज्यादा रुपए चुकाने पड़ेंगे। एयरलाइंस को नुकसान होगा। उन्हें दूसरे देशों से विमान किराए पर लेने के लिए ज्यादा रकम देनी पड़ेगी। हालांकि, आईटी और फार्मा कंपनियों को रुपए की गिरावट से फायदा मिलेगा। क्योंकि, उनका ज्यादातर कारोबार एक्सपोर्ट पर आधारित है।
Comment Now