- 8 नवंबर 2016 को रात 12 बजे से नोटबंदी लागू हुई थी
मुंबई. नोटबंदी के वक्त जितनी पुरानी करंसी बाजार से बाहर हुई उससे ज्यादा अब सर्कुलेशन में है। मार्च 2018 तक 18.03 लाख करोड़ रुपए चलन में आ गए। एक साल में इसमें 37.7% बढ़ोतरी हुई है।आरबीआई ने 2017-18 के लिए जारी अपनी रिपोर्ट में ये दावा किया है। इसके मुताबिक मार्च 2017 तक जितनी करंसी सिस्टम में थी उसमें 72.7% नोट 500 और 2,000 के थे। मार्च 2018 तक ये 80.2% हो गए।
2016 में बंद किए गए 500 और 1000 के पुराने नोटों का मूल्य | 15.44 लाख करोड़ रुपए |
500 और 2000 के नए नोट छापने का खर्च | 8,000 करोड़ रुपए |
अगस्त 2017 तक सर्कुलेशन में लौटे नोटों का मूल्य | 15.28 लाख करोड़ रुपए |
मार्च 2018 तक सर्कुलेशन में मौजूद नोटों का मूल्य | 18.03 लाख करोड़ रुपए |
आरबीआई के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ है। देश में निवेश और निर्माण बढ़ा है। सालाना आधार पर महंगाई कम हुई है। पिछले सालों के मुकाबले क्रेडिट ग्रोथ भी डबल डिजिट में लौट आई है। अप्रत्यक्ष कर प्रणाली में जीएसटी अहम साबित हुआ है
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