वॉशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो का उत्तर कोरिया दौरा रद्द कर दिया। ट्रम्प का कहना है कि उत्तर कोरिया ने परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए कोई खास प्रयास नहीं किए। उधर, अमेरिका ने यह भी आरोप लगाया कि चीन भी इस दिशा में उत्तर कोरिया पर कोई दबाव नहीं बना रहा है।
ट्रम्प का विदेश मंत्री को उत्तर कोरिया नहीं भेजने का फैसला चौंकाने वाला माना जा रहा है। 12 जून को सिंगापुर में उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन से बातचीत के लिए ट्रम्प खुद तैयार हुए थे। दोनों नेताओं के बीच चर्चा कामयाब रही थी। मुलाकात में किम ने परमाणु हथियारों को सौंपने के लिए किसी दस्तावेज पर दस्तखत नहीं किए थे। इसके बावजूद ट्रम्प ने कहा था कि उत्तर कोरिया से अब कोई परमाणु खतरा नहीं है।
ट्रम्प बोले- अभी उत्तर कोरिया जाना ठीक नहीं : ट्रम्प-किम की मुलाकात के बाद दूसरी बार पॉम्पियो प्योंगयांग जाने वाले थे, लेकिन ट्रम्प के फैसले के चलते मामला टल गया। इससे पहले पॉम्पियो जुलाई में उत्तर कोरिया गए थे। हाल ही में ट्रम्प ने कहा था कि उनके और किम के बीच अच्छी केमिस्ट्री है। उन्होंने ट्वीट किया, "मैंने पॉम्पियो से कहा है कि वे इस वक्त उत्तर कोरिया न जाएं। क्योंकि मुझे लगता है कि उत्तर कोरिया ने परमाणु हथियार खत्म करने की प्रक्रिया में खास तेजी नहीं दिखाई है।'' वहीं, पॉम्पियो का दौरान रद्द करने के फैसले पर उत्तर कोरिया ने अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है।
Comment Now