Wednesday, 28th May 2025

2014 में हम अहंकार के कारण हारे, 2019 का चुनाव भाजपा-संघ बनाम पूरे विपक्ष के बीच: लंदन में राहुल

Sat, Aug 25, 2018 7:04 PM

राहुल ने कहा- संस्थानों पर हो रहे अतिक्रमण को रोकना हमारी पहली प्राथमिकता

  • राहुल गांधी यूरोप दौरे पर, लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के कार्यक्रम में हिस्सा लिया 
  • राहुल ने कहा- कांग्रेस की प्राथमिकता भाजपा को हराना 

 

लंदन.  कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को यहां एक कार्यक्रम में 2019 के चुनाव को भाजपा-आरएसएस बनाम पूरे विपक्ष की लड़ाई बताया। उन्होंने कहा कि अगला आम चुनाव बेहद सीधा है। एक तरफ भाजपा-आरएसएस है, दूसरी तरफ विपक्ष की सभी पार्टियां हैं। इसका कारण यह है कि पहली बार भारतीय संस्थानों पर हमला किया गया है। कांग्रेस की प्राथमिकता भाजपा को हराना और संस्थानों पर हो रहे अतिक्रमण को रोकना है। 2014 में हमारे चुनाव हारने की एक वजह यह रही कि 10 साल सत्ता में रहने के बाद हम थोड़ा अहंकार में आ गए थे। हमने इससे सबक सीखा।
लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में छात्रों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने राफेल डील, भ्रष्टाचार, महिला आरक्षण के मुद्दे पर सरकार की नीतियों की आलोचना की। उन्होंने कहा- ‘"हम भारतीय संविधान पर हो रहे हमलों को रोक रहे हैं। मैं और पूरा विपक्ष इस बात पर सहमत है कि हमारी पहली प्राथमिकता जहर को फैलाने से रोकना है। हिंसा से पीड़ित होने के नाते मैं किसी पर भी, किसी भी तरह की हिंसा की निंदा करता हूं। मैं इस बारे में बेहद स्पष्ट हूं।’’ इससे पहले गुरुवार को उन्होंने कहा था- “अन्य पार्टियों ने भारत की संस्थाओं पर कब्जा करने के लिए कभी हमला नहीं किया। संघ की सोच अरब देशों के कट्टरपंथी संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड जैसी है।" 

राहुल ने राफेल सौदा, महिला आरक्षण बिल और रोजगार पर पूछे गए सवालों के जवाब भी दिए 
1) "राफेल सौदा अनिल अंबानी को दिया गया, जिनके ऊपर 45,000 करोड़ रुपए का कर्ज था। उन्होंने अपने जीवन में कभी कोई विमान नहीं बनाया। दरअसल, सरकार ने कुछ कारोबारियों को फायदा पहुंचाने के लिए इस सौदे को ही बदल दिया।’
2) "मैंने प्रधानमंत्री जी को संदेश भेजा है कि जिस दिन वो महिला आरक्षण विधेयक पारित कराना चाहते हों, पूरी कांग्रेस पार्टी खुशी से भाजपा का सहयोग करेगी।"  
3) "भारत में नौकरियों की कमी है। चीन जहां प्रत्येक 24 घंटे में 50,000 नौकरियों का सृजन करता है, वहीं भारत इतने वक्त में महज 450 नौकरियां दे पाता है।"
4) "मैं अल्पसंख्यकों के लिए एक अलग देश की बात से सहमत नहीं हूं। यदि आप पिछले 70 साल का भारत का इतिहास देखें तो आप समझ जाएंगे कि ज्यादातर अल्पसंख्यक आगे बढ़ने में सक्षम हैं।" 
5) "50 और 60 के दशक में संसद में बहस की गुणवत्ता अच्छी थी, लेकिन यदि आप भारतीय संसद में आज बहस का स्तर देखेंगे तो इसकी गुणवत्ता में कमी आई है।" 

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