- सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से भारत-पाक के बीच बातचीत बंद
नई दिल्ली/इस्लामाबाद. पाकिस्तान एक दिन के भीतर ही अपने उस दावे से पलट गया, जिसमें कहा गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाक प्रधानमंत्री इमरान खान को चिट्ठी लिखकर बातचीत की पेशकश की। पाक विदेश मंत्रालय ने सोमवार सुबह बातचीत की पेशकश का दावा किया था और शाम को कहा- नरेंद्र मोदी ने इमरान के साथ बातचीत का कोई प्रस्ताव नहीं दिया है। हमारे बयान को भारत में गलत तरीके से पेश किया गया।
प्रवक्ता ने विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के हवाले से कहा- पत्र में मोदी ने दोनों देशों के बीच अच्छे रिश्ते बनाने की बात कही है, जिसे सिर्फ रचनात्मक जुड़ाव के जरिए ही पूरा किया जा सकता है। ये हमारे पहले से स्पष्ट बयान जैसा ही है।
भारत ने कहा था- बातचीत की पेशकश नहीं : बातचीत की पेशकश पर भारत के आधिकारिक सूत्रों ने सुबह ये साफ कहा कि मोदी ने चिट्ठी में बातचीत जैसी कोई पेशकश नहीं की। सूत्रों ने कहा- मोदी ने दोनों देशों के बीच अच्छे पड़ोसियों की तरह रिश्ते कायम करने की बात लिखी थी। उन्होंने लोगों की भलाई के लिए सार्थक और रचनात्मक संवाद रखने की प्रतिबद्धता जताई थी। मोदी ने भरोसा जताया कि पाकिस्तान में नई सरकार के कामकाज संभालने से लोगों का लोकतंत्र पर भरोसा मजबूत होगा। उन्होंने भारतीय उपमहाद्वीप में शांति, सुरक्षा और समृद्धि के दृष्टिकोण साझा किया, ताकि क्षेत्र को हिंसा और आतंक से मुक्त करके विकास पर ध्यान दिया जा सके। 18 अगस्त को भेजी गई इस चिट्ठी में दोनों देशों के बीच बातचीत शुरू करने के बारे में कुछ नहीं कहा गया था।
कुरैशी ने कहा था- बातचीत ही एक हल : जियो टीवी के मुताबिक, कुरैशी ने यह भी कहा, "दोनों देशों के बीच जो भी मसले हैं, वे पेचीदा हैं और हमें उन्हें हल करने में दिक्कतें आ सकती हैं। लेकिन फिर भी हमें साथ आना चाहिए। हमें यह बात माननी चाहिए कि दोनों देश परेशानियों से जूझ रहे हैं, हमें यह भी मानना चाहिए कि कश्मीर एक सच्चाई है। इस्लामाबाद समझौता हमारे देश के इतिहास का एक हिस्सा है। ऐसे में हमारे पास बातचीत के सिवाय कोई चारा नहीं है। हम जोखिम नहीं उठा सकते।" इमरान ने शनिवार को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। उन्होंने अपनी कैबिनेट में तीन महिलाओं समेत 21 मंत्रियों को शामिल किया है।
हम मुंह नहीं फेर सकते : कुरैशी ने कहा, "भारत-पाकिस्तान, दोनों ही देश परमाणु संपन्न हैं। मैं पीएम मोदी से कहना चाहूंगा कि दोनों ही देश हमसाये हैं। हम रूठकर एक-दूसरे से मुंह नहीं फेर सकते। भारत और पाकिस्तान की समस्याएं एक जैसी हैं।"
भारत-पाक के बीच दो साल से बंद है बातचीत : उड़ी हमले के बाद भारतीय सेना ने 29 सितंबर 2016 को नियंत्रण रेखा के पार जाकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। दोनों देशों के बीच तभी से बातचीत बंद है।
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