इस्लामाबाद. पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के बाद इमरान खान ने रविवार देर रात राष्ट्र के नाम अपना पहला भाषण दिया। उन्होंने सरकारी खर्च कम करने, अर्थव्यवस्था को मजबूत करने, भ्रष्टाचार, शिशु मृत्युदर, शिक्षा और पड़ोसी देशों के साथ बेहतर रिश्ते जैसे मुद्दों पर बात की। इमरान ने विदेश नीति पर कहा- "मैंने पड़ोसी देशों से रिश्ते सुधारने की बात कही है। जरूरत शांति की है, इसके बिना हम पाकिस्तान की स्थिति नहीं सुधार सकते।" हालांकि, इमरान ने अपने भाषण में भारत समेत किसी भी पड़ोसी देश का नाम नहीं लिया। इमरान की कैबिनेट के 12 सदस्य परवेज मुशर्रफ सरकार में उच्च पदों पर रह चुके हैं।
इमरान ने कहा कि यदि पाकिस्तान की दिशा नहीं बदली तो उसका विनाश तय है। इमरान ने देश पर 28 लाख करोड़ रुपए के कर्ज का जिम्मेदार पिछली पीएमएल-एन सरकार को बताया। उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार इतनी कठिन आर्थिक स्थिति बनी। सरकार को फिजूलखर्च पर रोक लगानी होगी।
पाकिस्तान बेहद बुरे दौरे में : इमरान ने कहा कि आज पाकिस्तान जिन आर्थिक मुश्किलों में है, वैसी मुश्किलों में वह कभी नहीं था। एक तरफ पाकिस्तान कर्ज में है, दूसरी तरफ देश का मानव विकास सूचकांक बेहद नीचे है। पाकिस्तान दुनिया के ऐसे पांच देशों में है, जहां दूषित पानी के कारण होने वाली शिशु मृत्युदर सबसे अधिक है। पोषक आहार के अभाव में देश के 45 प्रतिशत बच्चों का ठीक से विकास नहीं हो पा रहा। गर्भवती महिलाओं की मृत्यु दर भी अधिक है। इन समस्याओं को मिलकर हल करना होगा।
'लालू इमरान के गुरु' : प्रधानमंत्री बनने के बाद इमरान ने नेशनल असेंबली को पहली बार संबोधित किया। इस पर विपक्ष ने इमरान को आड़े हाथ लिया। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के नेता सैयद खुर्शीद शाह ने कहा, "प्रधानमंत्री का नेशनल असेंबली में दिया गया भाषण उनके पद की गरिमा से मेल नहीं खाता। भाषण सुनकर ऐसा लगता है कि लालू प्रसाद यादव उनके राजनीतिक गुरु हैं।" बताया जाता है कि नेशनल असेंबली में विपक्ष के हंगामे को लेकर इमरान थोड़े गुस्से में आ गए। इस पर शाह ने कहा, "अगर यही नया पाकिस्तान है तो खुदा ही हमें बचा सकता है।"
21 सदस्यीय कैबिनेट का ऐलान, तीन महिलाएं शामिल : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को अपनी 21 सदस्यीय कैबिनेट का ऐलान किया। इनमें से 12 सदस्य जनरल (रिटायर्ड) परवेज मुशर्रफ की सरकार में मुख्य पदों पर थे। विदेश मंत्री पीटीआई के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी को विदेश मंत्री बनाया जाएगा। वह 2008 से 2011 तक पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की सरकार में भी इस पद रह चुके हैं। उन्हीं के कार्यकाल के दौरान 2008 में मुंबई में आतंकी हमला हुआ था। हमले के समय कुरैशी दिल्ली में थे। कैबिनेट में तीन महिलाओं शीरीन मजारी, जुबैदा जलाल और फहमीदा मिर्जा को भी शामिल किया गया है। नई कैबिनेट सोमवार को राष्ट्रपति निवास में शपथ ले सकती है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रवक्ता फवाद चौधरी के मुताबिक कैबिनेट के 21 सदस्यों में से 16 मंत्री और पांच सलाहकार होंगे।
प्रधानमंत्री आवास में नहीं रहेंगे : इमरान खान ने रविवार को कहा कि वे प्रधानमंत्री निवास की बजाय सैन्य सचिव के 3 बेडरूम वाले घर में रहेंगे। इमरान ने देश के नाम दी अपनी पहली स्पीच में खर्च में कटौती की बात कही थी। हालांकि पीएम हाउस में न रहने के फैसले पर उन्होंने कहा, "सुरक्षा एजेंसियों ने मुझे धमकियों की बात कही है। लिहाजा मैं सैन्य सचिव के घर में रहूंगा। प्रधानमंत्री आवास में 524 नौकर और 80 कारें है। प्रधानमंत्री होने के नाते मेरे पास 33 बुलेटप्रूफ कारें, हेलिकॉप्टर्स और विमान हैं। सुख-सुविधा की सारी चीजें हैं। वहीं दूसरी तरफ जनता पर खर्च करने के लिए हमारे पास पैसा नहीं है। ये तय करना होगा कि हम रहते कैसे हैं? ये भी तय करना होगा कि प्रधानमंत्री के विदेश दौरों पर कितना पैसा खर्च होता है?''
सरदार उस्मान पंजाब के सीएम : पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) उम्मीदवार सरदार उस्मान अहमद खान बजदर पाकिस्तान के पंजाब के मुख्यमंत्री चुन लिए गए। सरदार उस्मान ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) उम्मीदवार हमजा शाहबाज को 17 वोटों से हराया। सरदार उस्मान को 186 और हमजा को 159 वोट मिले।
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