नई दिल्ली. भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत नाजुक है। एम्स ने गुरुवार सुबह करीब 11 बजे मेडिकल बुलेटिन जारी कर बताया कि उनकी तबीयत में सुधार नहीं है। उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। इस बीच, भाजपा और उत्तराखंड सरकार ने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। गुरुवार सुबह से ही लोगों के एम्स आने का सिलसिला शुरू हो गया था। सबसे पहले उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू सुबह 6.30 बजे एम्स पहुंचे। वे कुछ देर वहां रहे। नौ बजे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और 10 बजे के करीब लालकृष्ण आडवाणी पहुंचे।
देशभर में अटलजी के स्वास्थ्य में सुधार की कामना को लेकर दुआओं का दौर जारी है। कानपुर, पटना, ग्वालियर, वाराणसी और इलाहाबाद समेत कई शहरों में उनके प्रशंसक और लोग हवन कर रहे हैं। इससे पहले, देर रात एम्स ने अटलजी का मेडिकल बुलेटिन जारी किया था। इसमें बताया था कि उनकी तबीयत पिछले 24 घंटे में काफी बिगड़ गई। उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। अटलजी को यूरिन इन्फेक्शन की शिकायत के चलते 11 जून को एम्स में भर्ती किया गया था। वे पिछले नौ साल से बीमार चल रहे हैं। एम्स ने गुरुवार को बताया कि अटलजी की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
एम्स में मीडिया को अंदर बुलाया: एम्स प्रशासन ने सुबह 10:30 बजे के करीब मीडिया को अंदर आने की अनुमति दी। वाजपेयी के आवास और एम्स के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं, एम्स के आसपास से फेरीवालों और अस्थायी दुकानों को हटा दिया गया। ऐसा बताया जा रहा है कि अटलजी के परिवार के सदस्य भी ग्वालियर और आगरा से दिल्ली पहुंच गए हैं।
कौन-कौन नेता एम्स पहुंचा: गुरुवार को लालकृष्ण आडवाणी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और सुरेश प्रभु समेत ज्यादातर केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता एम्स पहुंचे। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी अटलजी का हालचाल जानने एम्स गए। इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार शाम को एम्स पहुंचे थे। मोदी से पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी उनसे मिलने एम्स पहुंचीं। इसके बाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, सुरेश प्रभु, हर्षवर्धन, जितेंद्र सिंह और अश्विनी कुमार चौबे भी एम्स गए।
शिवराज ने जनआशीर्वाद रोकी: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अपनी जनआशीर्वाद यात्रा स्थगित कर दी। उन्होंने कहा कि अटलजी मेरे आदर्श हैं। उनका जैसा दूसरा कोई नही है। वाजपेयी ने जब विदिशा लोकसभा सीट छोड़ी थी, तब शिवराज को विदिशा से लोकसभा चुनाव लड़ाया गया था। उधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर अटलजी की सेहत को लेकर चिंता जताई। आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि मैं अटलजी के खराब स्वास्थ्य को लेकर दुखी हूं।
लाल किले पर भाषण में मोदी ने अटलजी को याद किया : 72वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से भाषण के दौरान नरेंद्र मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया। उन्होंने कहा- कश्मीर के मुद्दे का हल निकालते वक्त हम अटलजी के नजरिए पर चलेंगे, जो इंसानियत, कश्मीरियत और जम्हूरियत पर आधारित था।
2009 में तबीयत बिगड़ी, वेंटिलेटर पर रखा गया : 2009 में भी वाजपेयी की तबीयत बिगड़ गई थी। उन्हें सांस लेने में दिक्कत के बाद कई दिन वेंटिलेटर पर रखा गया था। हालांकि, बाद में वे ठीक हो गए और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इसके बाद कहा गया कि वाजपेयी लकवे के शिकार हैं। इस वजह से वे किसी से बोलते नहीं थे। बाद में उन्हें स्मृति लोप हो गया। उन्होंने लोगों को पहचानना भी बंद कर दिया।
तीन बार प्रधानमंत्री बने : वाजपेयी सबसे पहले 1996 में 13 दिन के लिए प्रधानमंत्री बने। बहुमत साबित नहीं कर पाने की वजह से उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। दूसरी बार वे 1998 में प्रधानमंत्री बने। सहयोगी पार्टियों के समर्थन वापस लेने की वजह से 13 महीने बाद 1999 में फिर आम चुनाव हुए। 13 अक्टूबर 1999 को वे तीसरी बार प्रधानमंत्री बने। इस बार उन्होंने 2004 तक अपना कार्यकाल पूरा किया। 2014 के दिसंबर में अटलजी को भारत रत्न देने का एेलान किया गया। मार्च 2015 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने प्रोटोकॉल तोड़ा और अटलजी को उनके घर जाकर भारत रत्न से सम्मानित किया।
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