उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में श्रावण पूर्णिमा रक्षा बंधन पर राजाधिराज भगवान महाकाल को सवा लाख लड्डुओं को भोग लगेगा। पुजारी तड़के 3 बजे भस्मारती में भगवान को भोग लगाएंगे। इसके बाद दिनभर भक्तों को महाप्रसादी का वितरण होगा।
मंदिर की परंपरा अनुसार श्रावण मास में भस्मारती करने वाले पुजारी परिवार की ओर से महाकाल को महाभोग लगाया जाता है। इसके लिए भक्तों का सहयोग भी लिया जाता है। इस बार भी सहयोग का क्रम शुरू हो गया है।
पहले पुजारी इसके लिए मंदिर परिसर में काउंटर लगाते थे। लेकिन बाद में इस पर आपत्ति आई और मंदिर प्रशासन ने काउंटर लगाकर रुपए इक्ठ्ठा करने पर रोक लगा दी।
सबसे पहले महाकाल को बंधेगी राखी
रक्षाबंधन का पर्व सबसे पहले राजाधिराज के आंगन में मनेगा। भस्मारती में पुजारी पहले भगवान महाकाल को राखी बांधेंगे। इसके बाद लड्डुओं का महाभोग लगाया जाएगा।
सुबह 7.30 बजे होने वाली आरती में कुछ भक्तों की ओर से भगवान को राखी बंधेगी। इंदौर के पालरेचा परिवार द्वारा प्रतिवर्ष भगवान के लिए विशेष राखी बनाई जाती है।
बड़े गणेश के लिए विदेश से बहनें भेज रहीं राखी
महाकाल मंदिर के समीप स्थित बड़ा गणेश मंदिर में श्रावणी पूर्णिमा पर मध्यान्ह में भगवान को राखी बांधी जाएगी। ज्योतिर्विद पं.आनंदशंकर व्यास ने बताया बड़े गणेश को महिलाएं अपना भाई मानती हैं।
विदेश में रह रहे भारतीय भगवान गणेश के लिए राखी भेजती है। अमेरिका सहित योरपीय देशों से कुछ बहनों ने राखी भेजी है। अभी और स्थानों से राखी भेजी जाएगी। रक्षा बंधन पर उनके नाम ओर गोत्र का उच्चारण कर भगवान के हाथ में राखी बांधी जाती है।
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