Saturday, 19th July 2025

एनआरसी का विरोध: तृणमूल के 6 नेताओं की असम से रवानगी, सिलचर एयरपोर्ट पर हिरासत में रहे रातभर

Fri, Aug 3, 2018 6:57 PM

एनआरसी के ड्राफ्ट में असम में रह रहे करीब 40 लाख लोगों के नाम नहीं

  • ममता ने एनआरसी का विरोध तेज करने के लिए पार्टी नेताओं को असम भेजा
  • पुलिस ने तृणमूल नेताओं के गुवाहाटी आने पर रोक लगाई
  • पुलिस ने कहा- ये नेता एनआरसी के खिलाफ भड़काऊ भाषण दे सकते हैं

 

 

नई दिल्ली.  असम में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) का विरोध करने गए तृणमूल के छह सांसद और दो विधायकों ने रात सिलचर एयरपोर्ट पर ही हिरासत में बिताई। सुबह इनमें से छह नेता कोलकाता रवाना हो गए। बाकी दो के दोपहर तक दिल्ली के लिए रवाना होने की उम्मीद है। पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल असम में एनआरसी का फाइनल ड्राफ्ट जारी होने के बाद हालात का जायजा लेने यहां पहुंचा था। पुलिस ने गुरुवार को इन सभी को एयरपोर्ट पर रोक लिया था।

एयरपोर्ट पर तृणमूल नेताओं और पुलिस के बीच झड़प हुई। बंगाल की विधायक महुआ मोइत्रा ने एक महिला कॉन्स्टेबल की पिटाई कर दी। उसके हाथ में चोट आई। दो अन्य पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए। असम पुलिस ने मारपीट करने वाले नेताओं को हिरासत में ले लिया। उनके खिलाफ केस भी दर्ज किया गया। तृणमूल ने इस कार्रवाई को सुपर इमरजेंसी करार दिया। एनआरसी का फाइनल ड्राफ्ट सोमवार को जारी किया गया था। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए असम के कई इलाकों में धारा 144 लगाई गई है। पुलिस का कहना है कि इसी वजह से तृणमूल नेताओं को एयरपोर्ट पर रोककर एक कमरे में रखा गया।

असम के तृणमूल अध्यक्ष का इस्तीफा : एनसीआर पर तृणमूल कांग्रेस के रुख से नाराज असम के प्रदेश अध्यक्ष द्विपेन पाठक ने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा, ''तृणमूल सुप्रीमो कह रही हैं कि बंगाल के लोगों को असम से भगाने के लिए एनआरसी जारी किया गया। जबकि ऐसा कुछ नहीं है, लिस्ट में असम के मूल निवासियों तक के नाम छूट गए। सात तारीख से फिर फॉर्म लिए जाएंगे। इस पर हल्ला मचाने की कोई जरूरत नहीं। ममता के बयान से असम और बंगाल के लोगों में विवाद शुरू हो सकता है। पार्टी अध्यक्ष के नाते इसका पूरा आरोप मुझ पर आएगा। इसलिए पद से इस्तीफा दे रहा हूं।''

ममता ने भाजपा नेताओं को गुंडा बताया : भाजपा के कुछ नेताओं ने बंगाल में एनआरसी लागू करने की मांग की है। इस पर ममता बनर्जी ने कहा, "वे (भाजपा नेता) कौन हैं? उनका बंगाल में क्या महत्व है? उन्हें कोई नहीं जानता। वे सिर्फ गुंडे हैं। उनका यहां होना खुद में एक सवाल है और वे यहां एनआरसी लागू करेंगे। मैं देखती हूं कि वे कैसे यहां हस्तक्षेप करते हैं।" 

अरुण जेटली ने ममता पर निशाना साधा: केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने बांग्लादेशियों की बंगाल में घुसपैठ के मुद्दे पर ममता पर निशाना साधा। जेटली ने उन्हें 13 साल पुराना बयान याद दिलाते हुए ब्लॉग में लिखा, "ममता ने 4 अगस्त 2005 को लोकसभा में कहा था- बंगाल में घुसपैठ अब आपदा हो गई है... मेरे पास बांग्लादेशी और भारतीय मतदाता सूची, दोनों हैं। यह बहुत ही गंभीर मामला है। मैं जानना चाहती हूं कि सदन में इस पर कब चर्चा की जाएगी।"

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