- भारतीय कंपनी टीसीएस का मार्केट कैप 7.56 लाख करोड़ रु
- दूसरे नंबर पर 7.54 लाख करोड़ रु मार्केट कैप के साथ रिलायंस
सैन फ्रांसिस्को. एपल एक ट्रिलियन डॉलर यानी 68 लाख करोड़ रुपए के मार्केट कैप से सिर्फ 12 अरब डॉलर दूर है। कंपनी ने मंगलवार को तिमाही नतीजे पेश किए। इसके बाद बुधवार को शेयर में 6% तक तेजी आई और मार्केट कैप बढ़कर 988 अरब डॉलर हो गया। कंपनी का शेयर 201.50 डॉलर पर बंद हुआ। इंट्रा-डे में यह 201.76 डॉलर तक चढ़ा। शेयर में तीन फीसदी का उछाल आने पर और इसकी कीमत 207.05 डॉलर होते ही एपल एक ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप को छू लेगी। ऐसा होता है तो ये 1,000 अरब डॉलर वाली अमेरिका की पहली और दुनिया की दूसरी कंपनी होगी। अभी एपल से पीछे अमेजन है। इसका मार्केट कैप 877 अरब डॉलर है।
एपल के शेयर में तेजी की वजह : अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का मुनाफा 32% बढ़कर 79,000 करोड़ रुपए हो गया। रेवेन्यू 17% बढ़कर 3.6 लाख करोड़ रुपए हो गया। आईफोन की बिक्री से रेवेन्यू में 20% बढ़ोतरी हुई। कंपनी ने 4.13 करोड़ आईफोन बेचे। हालांकि ये जून 2017 की तिमाही से 1% और मार्च 2018 की तिमाही से 21% कम है। लेकिन आईफोन की औसत कीमत में 20% इजाफे की वजह से रेवेन्यू बढ़ा। एपल वॉच, होमपॉड स्पीकर और दूसरे हार्डवेयर की बिक्री 37% बढ़कर 25,000 करोड़ रुपए हो गई।
एक ट्रिलियन डॉलर मार्केट कैप की रेस
कंपनी | मार्केट कैप (डॉलर) |
एपल | 988 अरब |
अमेजन | 877 अरब |
अल्फाबेट | 855 अरब |
7 महीने में शेयर 19% चढ़ा : जनवरी 2018 से अब तक एपल के शेयर में 19% तेजी आई है। 12 महीने में ये 34% चढ़ा है। बुधवार की तेजी के बाद शेयर अब तक के सबसे उच्च स्तर पर पहुंच गया। कंपनी का मार्केट कैप 9 साल में करीब 900% बढ़ चुका है। मई 2009 में एपल का वैल्युएशन 121 अरब डॉलर था जो अब 988 अरब हो गया है। 24 जनवरी 2013 को शेयर में गिरावट की वजह से मार्केट कैप एक ही दिन में 59.6 अरब डॉलर घट गया था। एपल 7 साल से लगातार दुनिया की नंबर-1 कंपनी बनी हुई है।
पेट्रोचाइना सिर्फ एक दिन के लिए 1 ट्रिलियन डॉलर पर थी : नवंबर 2007 में पेट्रोचाइना कंपनी ने 1 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप का आंकड़ा छुआ था। तब शंघाई के शेयर बाजार में उसके शेयर में तीन गुना की बढ़ोतरी हुई थी। लेकिन एक ही दिन में कंपनी इस मार्केट कैप से नीचे आ गई। मार्च 2008 तक वह 500 अरब डॉलर पर आ गई। आज वह अलीबाबा से भी पीछे है। पेट्रोचाइना चीन की सबसे बड़ी तेल और गैस उत्पादक कंपनी है। इसका मौजूदा मार्केट वैल्युएशन सिर्फ 194 अरब डॉलर है।
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