नई दिल्ली. असम नागरिकता विवाद पर राज्यसभा में लगातार दूसरे दिन हंगामा हुआ। बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने अमित शाह को बयान देने को कहा, लेकिन कांग्रेस समेत विपक्ष के सभी सांसदों ने नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद, सदन को स्थगित कर दिया गया। कांग्रेस अमित शाह के मंगलवार को दिए बयान से खफा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि असम का फैसला राजीव गांधी का था। वे अमल की हिम्मत नहीं कर पाए। हम में अमल करने की हिम्मत है, इसलिए हम यह कर रहे हैं।
भाजपा और विपक्ष आमने-सामने: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मैं मातृभूमि का विभाजन नहीं देख सकती। एनआरसी सियासी साजिश का नतीजा है। भाजपा जो कर रही है, उससे गृहयुद्ध और रक्तपात होगा। भारत अब बदलाव चाहता है। अमित शाह ने ममता के आरोपों का जवाब दिया। कहा, "एनसीआर का विरोध कर रहीं ममता और राहुल गांधी बांग्लादेशियों पर अपना रुख साफ करें। क्या तृणमूल को आंतरिक सुरक्षा की चिंता नहीं है? बिहार और बंगालियों को निकालने की बातकर ममता ही लोगों को बांटने का काम कर रही हैं।''
एनआरसी ड्राफ्ट से कई बड़े नाम गायब: एनआरसी के ड्राफ्ट में चौंकाने वाली गड़बड़ी सामने आई है। ड्राफ्ट में पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद के भतीजे जियाउद्दीन, भाजपा विधायक दिलीप पॉल की पत्नी अर्चना पॉल, कांग्रेस के पूर्व विधायक अताउर रहमान मजरभुइयां और एआईयूडीएफ की कचार इकाई के अध्यक्ष समीमुल इस्लाम समेत कई बड़े नाम गायब हैं।
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