नई दिल्ली. उत्तर भारत और पहाड़ों में हो रही भारी बारिश से यमुना और गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से रविवार शाम 1.18 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इस वजह से यमुना उफान पर है। यमुनानगर, करनाल, सोनीपत, पानीपत, पलवल और मथुरा को अलर्ट पर रखा गया है। वहीं, दिल्ली में यमुना का जलस्तर रविवार शाम खतरे के निशान को पार कर 205.53 मीटर तक पहुंच गया। रेलवे ने सोमवार को एहतियातन 150 साल पुराने यमुना ब्रिज (लोहा पुल) पर रेल यातायात को बंद कर दिया गया। इससे करीब 27 ट्रेनें रद्द हो गईं और 7 ट्रेनों को डायवर्ट कर दिया गया।
सोमवार को यमुना का जलस्तर 205.65 मीटर तक पहुंचने का अनुमान है। 207 मीटर के लेवल के बाद ही आसपास के इलाकों में पानी घुस सकता है। उधर, यमुना का जलस्तर बढ़ने से मथुरा के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन ने बताया कि मथुरा में चेतावनी स्तर 165.20 मीटर और खतरे का स्तर 166 मीटर है। यमुना का जलस्तर रविवार देर रात 163 मीटर दर्ज किया गया। किसी भी तरह के हालात से निपटने के लिए यहां अलग-अलग जगह 23 बाढ़ सहायता शिविर बनाए गए हैं। 33 बाढ़ केंद्र स्थापित किए हैं।
उत्तरप्रदेश में चार दिनों में 70 लोगों की मौत: राज्य में बारिश का कहर जारी है। पिछले चार दिनों में बारिश, बाढ़ और बिजली गिरने की घटनाओं में 70 की मौत हो गई, जबकि 77 जख्मी हो गए। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान पूर्वांचल और उससे सटे जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
पटना में 30 घंटे में हुई पूरे जुलाई की आधी बारिश:राजधानी सहित पूरे प्रदेश में मूसलाधार बारिश जारी है। पटना में मानसून के दौरान जुलाई में होने वाली बारिश का आधा पानी पिछले 30 घंटे में गिरा है। जुलाई में पटना में कुल 354.4 मिमी बारिश होती है, जो पिछले 30 घंटे में 184.3 मिमी तक पहुंच चुकी है। मौसम विभाग ने पूरे प्रदेश को मानसून के रेड जोन में रखा है। इस वजह से अगले 72 घंटे में प्रदेश के 76 से 100 % इलाकों में बारिश हो सकती है।
14 राज्यों में तेज बारिश का अलर्ट:मौसम विभाग ने सोमवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश, असम, मेघालय, बिहार, बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, तटीय-दक्षिण कर्नाटक, केरल और उत्तराखंड में तेज बारिश की चेतावनी दी है।
Comment Now