किगाली, रवांडा। रवांडा के दो दिन के दौरे पर यहां पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कागमे के साथ लंबी चर्चा की। इस दौरान दोनों नेताओं ने व्यापार एवं कृषि के क्षेत्र में सहयोग मजबूत करने के उपायों पर काम करने के लिए जोर दिया।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रवांडा सरकार के गिरिंका प्रोग्राम के तहत बुगेसेरा में 200 परिवारों को गाय भेंट की। दरअसल गिरिंका यहां की सदियों पुरानी सांस्कृतिक परंपरा है, जिसमें एक व्यक्ति के प्रति सम्मान और आदर दिखाने के लिए उसे गाय भेंट की जाती है।
इससे पहले रवांडा के पीएम से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने 20 करोड़ डॉलर के कर्ज की पेशकश भी की। राष्ट्रपति कागमे के साथ बातचीत के बाद मोदी ने घोषणा की कि भारत जल्द रवांडा में अपना दूतावास खोलेगा।
रवांडा में मीडिया को दिए गये संयुक्त बयान में पीएम मोदी ने कहा, "हमलोग रवांडा में एक उच्चायोग खोलने जा रहे हैं। इससे दोनों देशों की सरकारों के बीच बातचीत मजबूत होगी। वहीं पासपोर्ट, वीजा, वाणिज्य से जुड़ी सुविधाएं बेहतर हो सकेंगी।" उन्होंने कहा कि भारत और रवांडा के संबंध समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं। मोदी ने कहा, ‘‘यह हमारे लिये गौरव की बात की है कि भारत रवांडा की आर्थिक विकास की यात्रा में उसके साथ खड़ा है।"
रातों-रात इसलिए खास बन गया रवांडा
चीन या भारत के शीर्ष नेतृत्व की यह पहली रवांडा यात्रा है। रवांडा की मिल रही इस अहमियत के पीछे एक बड़ी वजह यह है कि भारत और चीन अफ्रीका में अपनी कनेक्टिविटी परियोजनाओं को परवान चढ़ाना चाहते हैं। इस काम में रवांडा, सेनेगल और युगांडा जैसे देशों की मदद सबसे अहम होगी।
वैसे चीन इस मामले में भारत से काफी आगे है। चीन ने बेल्ट एंड रोड इनिसिएटिव के तहत अफ्रीका को जोड़ने का रोडमैप भी बनाया है, जिसमें रवांडा एक अहम भागीदार है। जबकि भारत अफ्रीका में कनेक्टिविटी परियोजनाओं को जापान की मदद से लागू करने की इच्छा रखता है। इस बारे में भारत व जापान के बीच समझौता भी हुआ है लेकिन अभी तक आगे का रोडमैप नहीं बना है।
रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कगामे ने चीन की कनेक्टिविटी परियोजना से जुड़ने की सहमति दे दी है। वैसे रवांडा की अहमियत पहचानने में भारत भी बहुत पीछे नहीं है। रवांडा के साथ जनवरी, 2017 में भारत ने रणनीतिक साझीदारी का समझौता भी किया था।
राष्ट्रपति कगामे ने किया प्रधानमंत्री का स्वागत
सोमवार देर रात रवांडा के किगाली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री मोदी का वहां के राष्ट्रपति कगामे ने जोरदार स्वागत किया। पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री ने कगामे के साथ आमने-सामने बातचीत की। भारत ने रवांडा को लगभग 1400 करोड़ के कर्ज की पेशकश की है। इसमें से सात सौ करोड़ इंडस्ट्रियल पार्क विकसित करने के लिए और इतनी ही राशि कृषि के लिए दी जाएगी।
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