ग्वालियर/भोपाल। मानसून अब उत्तरी और पूर्वी मध्य प्रदेश पर मेहरबान हो गया है। बुधवार रात से ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों तथा रीवा, सतना नौगांव में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हो रही है। ग्वालियर में रात 9 बजे से लेकर 11 बजे तक शहर में दो घंटे के दौरान 83.4 मिमी बारिश हुई। अचानक घरों में पानी घुसने लोगों को अपना घर छोड़कर रात में भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। सागर जिले की खुरई तहसील में 36 घंटे से बाढ़ नदी के बीच टीले पर फंसे एक परिवार के तीन सदस्यों को एनडीआरएफ की टीम ने निकाल लिया है।
मौसम विभाग के अनुसार बीते चौबीस घंटे में प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश नौगांव में 120.2 मिलीमीटर दर्ज की गई है। ग्वालियर 90.0, दमोह 72.0, शाजापुर 72.0 सतना 62.5, गुना 57.4, पचमढ़ी 56.0, खजुराहो 45.0, दतिया 34.4, रायसेन 27.8, इंदौर 22.7, रीवा में 17.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
ग्वालियर में दो घंटे में गिरा 83.4 मिमी पानी:रात 9 बजे से लेकर 11 बजे तक शहर में दो घंटे के दौरान 83.4 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। बारिश के चलते शहर में कई स्थानों पर जलभराव हो गया। मौसम वैज्ञानिक डीपी दुबे के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में सिस्टम सक्रिय है। साथ ही पूर्वी मप्र के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसी के असर से ग्वालियर में सीजन की पहली झमाझम बारिश हुई है। अगले 24 घंटे के दौरान बारिश की संभावना बनी हुई है। मौसम वैज्ञानिक उमाशंकर चौकसे के मुताबिक, दिन में ट्रफ लाइन शिवपुरी से गुजरने के कारण खंड वर्षा हुई, जबकि रात में पूर्वी मप्र के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण शहर में तेज बारिश हुई है। अगले 24 घंटे के दौरान बारिश होने की संभावना है। भिण्ड, मुरैना, दतिया, डबरा, शिवपुरी और श्योपुर में भी अच्छी बारिश हुई है।
बेगमगंज में घरों में पांच फीट भरा :रायसेन जिले की बेगमगंज तहसील में मंगलवार रात 12 से 4 बजे तक हुई तेज बारिश ने अब तक के सारे रिकाॅर्ड तोड़ दिए। चार घंटे में यहां पर 200 मिमी बारिश हुई। इससे बेगमगंज के रामनगर, श्यामनगर और अयोध्या बस्ती के 300 घरों में पलकमती नाले का पानी घुस गया। लोगों को अपना घर छोड़कर रात में भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। गैरतगंज क्षेत्र में भी 100 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। इन दोनों तहसीलों में बीना नदी, परासिया नदी, धसान नदी, दुधई नदी के उफान पर आने से रात 2.30 बजे भोपाल-सागर मार्ग बंद हो गया। जो बुधवार शाम 6 बजे पानी उतरने के बाद चालू हो पाया। वहीं 150 से अधिक गांवों का सड़क संपर्क टूट गया है। रायसेन में हुई तेज बारिश से कोड़ी नदी पर बनाया गया अस्थाई मार्ग एक बार फिर से बह गया है। बेतवा के पग्नेश्वर पुल पर तीन फीट से ज्यादा पानी आ गया है, जिससे रायसेन का विदिशा, सांची, सलामतपुर से सड़क संपर्क टूट गया है। तेंदोनी नदी के पुल पर पानी से यह मार्ग भी दोपहर बाद से बंद है, जबकि भोजपुर के पास कलिया सोत डेम में दो युवक बह गए ,जिसमें से एक तो बाहर आ गया, लेकिन दूसरा अब तक लापता है। उसकी तलाश में पुलिस और गोताखोर जुटे हुए हैं।
गुना में नदी-नाले उफान पर:गुना में मधुसूदनगढ़ में नहर में पानी बढ़ने से एक व्यक्ति बह गया। वहीं बरसत की पुलिया टूट गई। उधर फतेहगढ़ के मगरोड़ा पुल पर पानी आने से 3 घंटे तक यातायात थमा रहा। आरोन और बमोरी की छोटी नदियां उफान पर आ गईं जिससे कई गांवों का सड़क संपर्क कट गया। शहर में पनरिया नदी में बहाव आ गया।
खुरई में पति-पत्नी को निकाला:मंगलवार शाम से बाढ़ के पानी में फंसे एक परिवार के तीन सदस्यों को एनडीआरएफ की टीम ने आज सुबह निकाल लिया है। मामला था बरोदिया नौनागिर से 4 किमी दूर स्थित मझेरा गांव का है। बुथवाार को ग्वालियर से सेना का हेलिकॉप्टर रेस्क्यू के लिए आया लेकिन खराब मौसम के चलते वापस चला गया था।
बीना नदी उफान पर भापसौन गांव में बना पुल डूबा:बीना नदी उफान पर होने से मंडीबामौरा-निरतला के बीच भापसौन गांव नदी पर बना पुल डूब गया और आसपास गांव भी बाढ़ की चपेट में आने की संभावना बताई गई है। तहसीलदार केएन ओझा का कहना है कि बारिश से कहीं कोई नुकसान होने की सूचना नहीं आई है। कोटवार, सचिव, पटवारियों को अलर्ट कर दिया है कि बारिश से किसी के फंसने या फिर कोई नुकसान होता है तो तुरंत सूचना दें। अभी तक इस तरह की कोई सूचना नहीं आई है।
कहूला पुल पर 5 फीट पानी:गैरतगंज में बीनापुर के कहूला पुल पर 5 फीट से ज्यादा पानी बह रहा है। मंगलवार रात ढाई बजे से भोपाल-सागर मार्ग बंद है, जो शाम 6 बजे चालू हो पाया। इसके अलावा हरदौट-हाडिया मार्ग पर बीना नदी के उफान पर होने से 50 से अधिक गांवों का सड़क संपर्क टूटा हुआ है। अगरिया रोड पर परसिया नदी के पुल पर पानी आने से 22 से अधिक गांवों का रास्ता बंद हो गया है।
पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त, भारी वाहनों का आवागमन रोका:सिलवानी में तेंदोनी नदी के पुल का एक हिस्सा पानी के तेज बहाव में उखड़कर बह गया। इससे पुल से भारी वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया है। स्टेट हाईवे 44 पर धनगवां गांव के पास से बहने वाली तेंदोनी नदी उफान पर आ गई। पुल के ऊपर 12 फीट पानी बह रहा था। इससे सिलवानी का उदयपुरा से सड़क संपर्क टूट गया। नदी के उफान पर होने से पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। एसडीएम ने बताया कि पुल से भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया गया है। पुल पर पुलिस की ड्यूटी लगाई गई।
16 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी : मौसम विभाग ने प्रदेश के 16 जिलों में गुरुवार और शुक्रवार को भारी बारिश की चेतावनी दी है। इनमें से छह जिलों में बहुत भारी वर्षा की आशंका है। विदिशा, रायसेन, सीहोर, सागर, दमोह और छतरपुर जिलों में बहुत भारी वर्षा हो सकती है। इसके साथ ही 10 अन्य जिलों में भी भारी बारिश की आशंका है। विभाग के अनुसार, पूर्वी मध्यप्रदेश और उसके आसपास कम दबाव के क्षेत्र के साथ हवा के ऊपरी भाग में 7़6 किलोमीटर तक चक्रवात बना हुआ है। एक द्रोणिका राजस्थान के बीकानेर अजमेर से होकर अंबिकापुर, बालासोर से बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। जिसके चलते प्रदेश के बड़े हिस्से में मानसून सक्रिय है।
Comment Now