लखनऊ। सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ टिप्पणी करने वाले बसपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जय प्रकाश को पद से हटा दिया गया है। खुद पार्टी सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को इसका ऐलान किया।
सोमवार को बसपा के जोन स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में जय प्रकाश ने इशारों-इशारों में सोनिया गांधी के साथ-साथ राहुल गांधी के भी विदेशी होने का मुद्दा उछाल दिया। जय प्रकाश ने कहा था कि राहुल गांधी भी देश के नेता बनने का सपना देख रहे हैं। अगर वह अपने पिता (राजीव गांधी) पर गये होते तो संभावना हो सकती थी लेकिन मां (सोनिया गांधी) पर जाने से वह भी विदेशी की तरह दिखते हैं इसलिए कोई उम्मीद नहीं है।
जय प्रकाश के इस बयान पर बवाल मचा तो मायावती सामने आईं और कहा, किसी भी नेता के खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणी बसपा के सिद्धांतों के खिलाफ है। उन्होंने अपने नेताओं को सलाह दी कि जब तक किसी पार्टी से गठबंधन का औपचारिक ऐलान नहीं हो जाता, तब तक बयानबाजी से बचें। नेता पार्टी लाइन से बाहर जाकर बयानबाजी न करें।
भाजपा के साथ कांग्रेस भी रही निशाने पर
सोमवार को लखनऊ में हुए इस सम्मेलन में बसपा प्रमुख मायावती ने केंद्र सरकार पर लोकसभा चुनाव समय से पहले कराने की साजिश के आरोपों के बीच जमीनी स्तर पर रणनीति बनाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। गत उपचुनाव में समाजवादी पार्टी से बढ़ी नजदीकियों का असर भी कार्यकर्ता सम्मेलन में नजर आया। अधिकतर वक्ताओं के निशाने पर भाजपा और कांग्रेस ही रही।
गोमतीनगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में एकदिनी जोन स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में पार्टी के दिग्गज नेताओं के अलावा राष्ट्रीय संयोजकों ने शिरकत की और कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया। प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी सबको साथ लेकर चलने वाली पार्टी है। गरीब, पिछड़े और सर्वसमाज को केवल बसपा ने प्रतिनिधित्व दिया है। बाकी दूसरी पार्टियों ने केवल इस्तेमाल किया है।
कुशवाहा ने भाजपा पर खासकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि भगवान राम के नाम पर धोखा देने वालों को इस बार सबक सिखाना है। खाते में 15 लाख रुपये आने के जुमले से बचना होगा। केवल मायावती ही सर्वसमाज का कल्याण करेंगी, इसलिए हम सबको जुटकर इस बार ऐसी जमीन तैयार करनी है कि दूसरी पार्टियां पनप ही न सकें।
राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर वीर सिंह ने कहा कि कार्यकर्ता बसपा सरकार के समय की उपलब्धियों को लोगों तक पहुंचाएं। उन्हें बताएं कि कैसे मायावती के राज में कानून व्यवस्था सुधरी थी। विकास के काम हुए थे। समाज के शोषित तबके को सम्मान से जीने का अधिकार मिला था। बूथ स्तर पर समर्पित कार्यकर्ताओं की फौज तैयार करें। आगामी चुनाव में बहन जी को प्रधानमंत्री बनाना है इसलिए प्रत्येक कार्यकर्ता को मेहनत करनी होगी।
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