यशराज बैनर की ‘ठग्स ऑफ हिंदोस्तान’ की शूटिंग में तकरीबन 200 करोड़ खर्च हुए हैं। सूत्रों की माने तो फिल्म के लिए 18 वीं सदी के भारत का भी सेट बनाया गया था। फिल्म से जुड़ी अलग-अलग टीम के लोगों ने इसकी पुष्टि की है। सबसे ज्यादा खर्च एक्शन पर किया गया है। इटली के माल्टा, थाईलैंड के बैंकॉक और भारत के जोधपुर और गोवा के मल्टीपल लोकेशनों पर शूटिंग के चलते खर्च में खासा इजाफा हुआ।
देश और विदेश से कुल 45 स्टंट परफ़ॉर्मर, बॉडी डबल, फाइट कोरियोगाफ्रर और एक्शन डायरेक्टरों को हायर किया गया। हालांकि विजय कृष्ण आचार्य की इस फिल्म में मोटा खर्च करने की आदित्य चोपड़ा की तरफ से पूरी आजादी थी। उनकी ओर से टीम को साफ इशारा था कि इसे ग्लोबल लेवल का एक्शन और एडवेंचर ड्रामा बनाना है। ताकि वह बड़े पर्दे पर स्पेक्टल फील दे। गौरतलब है कि ‘बाहुबली’ के बाद से उस लेवल का एक्शन मैच करने की खासी चुनौती बड़े फिल्ममेकर्स महसूस कर रहे हैं। ऐसे में वे दर्शकों को विजुअल ट्रीट देने में कोई कोताही नहीं बरत रहे।
बहरहाल, अंग्रेजों के साथ 1857 में यूपी के कासगंज के ठगों ने जो अंग्रेजों के साथ लोहा लिया था, फिल्म मूल रूप से उस पर बेस्ड है। ठग अंग्रेजों को अपना निशाना बनाते थे और मौका लगते ही लूट लेते थे।सूत्रों ने इसकी भी पुष्टि की कि फिल्म में सबसे ज्यादा एक्शन ‘दंगल’ गर्ल फातिमा सना शेख का है। उन्हें तलवारबाजी, घुड़सवारी और भालों आदि से लड़ाई के लिए कुल चार महीने की ट्रेनिंग दी गई थी। दो महीने का शेड्यूल आमिर खान का था।
साथ ही अमिताभ बच्चन भी दो हफ्ते की ट्रेनिंग से गुजरे। सेट पर मौजूद लोगों ने यह भी बताया कि खुद बिग बी ने भी अपने ज्यादातर स्टंट खुद ही किए हैं। लोग उन्हें फिर से उनके पुराने चिर परिचित एंग्री मैन के अवतार में देखेंगे। यह पूछे जाने पर कि फिल्म जब मूल रूप से कासगंज के ठगों की अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई पर बेस्ड है तो फिर फिल्म की शूटिंग माल्टा और बैंकॉक में क्यों हुई, उसके जवाब में सूत्रों ने कहा कि उसके लिए तो फिल्म देखनी होगी। देखना दिलचस्प होगा कि उन दोनों विदेशी लोकेशनों पर तब के कालखंड की क्या परतें उधेड़ी गई हैं।
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