अभिभावकों का आरोप है कि बच्चों को पानी तक नहीं दिया गया
- जब माता-पिता स्कूल पहुंचे तो उन्हें बच्चियों के बेसमेंट में होने का पता चला
- स्कूल ने कहा- बच्चियों को तहखाने में नहीं, एक्टिविटी रूम में भेजा था
नई दिल्ली . राजधानी के बल्लीमारान स्थित राबिया गर्ल्स पब्लिक स्कूल ने फीस जमा नहीं करने के नाम पर 5 से 8 साल की 59 बच्चियों को सोमवार को बेसमेंट में 5 घंटे तक बंद रखा। यह मामला मंगलवार को सामने आया। अभिभावकों ने बताया कि दोपहर करीब 12.30 बजे जब वे बच्चों को लेने स्कूल पहुंचे तो पता चला कि 59 बच्चियां क्लास में नहीं थीं। टीचर्स से पूछने पर पता चला कि फीस नहीं देने की वजह से बच्चियों की अटेंडेंस नहीं लगाई गई है। उन्हें बेसमेंट में रखा गया है। स्कूल की हेड मिस्ट्रेस फराह दीबा खान के कहने पर ऐसा किया गया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
अभिभावकों के मुताबिक, बच्चियां बेसमेंट में जमीन पर बैठी मिलीं। वहां पंखा तक नहीं था। सभी गर्मी और भूख-प्यास से बेहाल थीं। पेरेंट्स ने जब हेड मिस्ट्रेस फराह खान से शिकायत की तो उन्हें स्कूल से बाहर निकालने की धमकी दी। खान के मुताबिक फीस जमा न करने वाले बच्चों को ही यहां रखा गया था। पेरेंटस का कहना है कि हमने सितंबर तक की फीस जमा करा दी थी। एक बच्चे के माता-पिता ने मीडिया को चेक भी दिखाया। उधर, स्कूल प्रशासन ने सफाई में कहा कि यह तहखाना (बेसमेंट) नहीं है, बल्कि एक्टिविटी रूम है। वहां हवा और लाइट की व्यवस्था है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया, "इस घटना से मुझे झटका लगा। जैसे ही कल मुझे इस बात की जानकारी मिली, मैंने अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया।"
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