Tuesday, 9th September 2025

महाभारत 2019: भड़काऊ भाषण मामले में उत्तर से ज्यादा केस दक्षिण भारत के सांसदों-विधायकों पर दर्ज

Tue, Jul 10, 2018 6:33 PM

एनडीए में भाजपा-शिवसेना के अलावा किसी अन्य दल के सांसद या विधायक पर हेट स्पीच के मामले दर्ज नहीं हैं।

नई दिल्ली. चुनावी भाषणों में नेताओं का एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप सामान्य बात है, लेकिन कई बार नेता सारी मर्यादाओं को लांघ जाते हैं। ऐसा ही एक मुद्दा है ‘हेट स्पीच’ यानी भड़काऊ भाषण का। उत्तर और दक्षिण भारत के बड़े राज्यों के सांसदों-विधायकों पर दर्ज मामलों का विश्लेषण करने पर एक रोचक जानकारी सामने आई है। इसके मुताबिक भड़काऊ भाषण के मामले में उत्तर भारतीयों की तुलना में दक्षिण भारतीय सांसद-विधायक आगे हैं। देश में 13 पार्टियों के 58 नेताओं पर हेट स्पीच के मामले दर्ज हैं। इनमें 15 सांसद और 43 विधायक हैं। सबसे ज्यादा बीजेपी के हैं। एनडीए में भाजपा-शिवसेना के अलावा किसी अन्य दल के सांसद या विधायक पर हेट स्पीच के मामले दर्ज नहीं हैं।

40% मामले दक्षिण, जबकि 36% उत्तर भारतीयों पर

25 अप्रैल 2018 तक हुए चुनावों के दौरान चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे में देश के कुल 58 सांसदों-विधायकों ने उनके खिलाफ भड़काऊ भाषण का मामला दर्ज होने की जानकारी दी है। इनमें सबसे ज्यादा 15 उत्तर प्रदेश के हैं। दक्षिण भारत में तेलंगाना के 13 सांसदों-विधायकों ने ऐसी जानकारी दी है।

15 सांसदों पर 103 केस, सिर्फ 13 में चार्जशीट
15 सांसदों पर अलग-अलग 103 मामलों में 378 धाराएं लगी हैं, लेकिन चार्जशीट सिर्फ 13 में पेश हुई है। इनमें उमा भारती, असदुद्दीन ओवैसी, मुरली मनोहर जोशी, एलके आडवाणी भी हैं।

सबसे ज्यादा केस इन सांसदों पर
- रामशंकर कठेरियाआगरा (बीजेपी) 21 मामले, 64 धाराएं। चार्जशीट नहीं।
- उमा भारतीझांसी (बीजेपी) 13 मामले, 38 धाराएं। 2 में आरोप तय।
- के. कविता, निज़ामाबाद(टीआरएस)8 मामले, 37धाराएं। 2 में आरोप तय।
- साक्षी महाराज, उन्नाव(बीजेपी) 8 मामले, 34 धाराएं। कुछ नहीं हुआ।
- असदुद्दीन ओवैसी, हैदराबाद 4 मामले, 26 धाराएं। एक में चार्जशीट।

कांग्रेस की तुलना में भाजपा के नेता 13 गुना ज्यादा

सबसे ज्यादा 47% मामले भाजपा के 27 नेताओं पर दर्ज हैं। कांग्रेस के सिर्फ दो सांसद या विधायकों पर केस हैं। दूसरे सबसे ज्यादा मामले असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के सांसदों और विधायकों के खिलाफ हैं। इन पर 6-6 मामले दर्ज हैं। शेष मामले अन्य दलों के सांसद-विधायकों पर दर्ज हैं।

पार्टी मामले
भाजपा 27
एआईएमआईएम 06
टीआरएस 06
तेलुगु देशम पार्टी 03
शिवसेना 03

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