Monday, 26th May 2025

मंदसौर में मासूम से दरिंदगी : बच्ची के पिता ने कहा, मुआवजा नहीं...इंसाफ चाहिए, जांच के लिए SIT का गठन

Mon, Jul 2, 2018 5:25 PM

बच्ची के पिता ने कहा कि वह आरोपियों को फांसी के फंदे पर लटकते देखना चाहते हैं।

इंदौर।मंदसौर गैंगरेप मामले में पीड़िता बच्ची के पिता ने मप्र सरकार द्वारा दिए गए मुआवजे को लेने से इंकार कर दिया है। बच्ची के पिता ने मीडिया से कहा कि उन्हें कोई मुआवजा नहीं...इंसाफ चाहिए। वह आरोपियों को फांसी के फंदे पर लटकते देखना चाहते हैं। मंदसौर के मुख्य पुलिस अधीक्षक राकेश मोहन शुक्ला का कहना है कि इस मामले की सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ जांच की जा रही है। मामले में विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया है। दूसरे आरोपी को भी पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है। हम उन्हें सजा दिलाने के लिए सब कुछ कर रहे हैं, जिसके वे लायक हैं। वहीं मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले को फास्ट ट्रेक कोर्ट में चलाने की मांग चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया से की है। गौरतलब है कि बीते मंगलवार को बच्ची को स्कूल से ले जाकर आरोपियों ने दरिंदगी की और उसे मरने के लिए झाड़ियों में फेंक दिया था।

हालत में आंशिक सुधार, संक्रमण का खतरा

- रविवार को एमवाय अस्पताल में मंदसौर पीड़ित बच्ची का मेडिकल बुलेटिन जारी किया। डॉक्टरों ने बच्ची की हालत में सुधार होने की बात कही। डॉक्टरों ने नेता जनप्रतिनिधि और अन्य लोगों से बच्ची से दूरी बनाए रखने का आग्रह किया है। डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची को संक्रमण का खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने जनप्रतिनिधियों की आवाजाही पर भी रोक लगा दी है।

- बच्ची के स्वास्थ्य पर चार डॉक्टरों की विशेष टीम नजर रख रही है। अस्पताल के मुताबिक बच्ची होश में है और माता-पिता से बात कर पा रही है। उसे दाल, खिचड़ी, दलिया और सत्तू देना भी शुरू करवा दिया है।

- अधीक्षक डॉ. वीएस पाल ने बताया कि उसे संक्रमण से बचाना जरूरी है, इसलिए जिस वार्ड में वह भर्ती है वहां आवाजाही पर रोक लगा दी है। गलियारे में बैरिकेडिंग भी की गई है। अब हमें नहीं लगता कि उसे अन्य हॉस्पिटल में शिफ्ट करने की जरूरत है।

मुंबई के डॉक्टर ने किया परीक्षण
रविवार को मुंबई के पीडियाट्रिक सर्जन डॉक्टर रवि रामा ने इंदौर के एमवाय अस्पताल पहुंचकर पीड़ित बच्ची का स्वास्थ्य परीक्षण किया। डॉक्टर मनीष पटेल के साथ किए गए स्वास्थ्य परीक्षण के पश्चात उन्होंने बताया कि बच्ची का बेहतर इलाज हो रहा है। वहीं मनोचिकित्सक डॉक्टर स्वाति प्रसाद और डॉक्टर भास्कर प्रसाद ने बच्ची के माता-पिता से काउंसलिंग भी की। डॉ स्वाति प्रसाद ने बच्ची की काउंसलिंग भी की।

शादी तक का खर्च उठाएगी सरकार

इंदौर कलेक्टर निशांत वरवड़े ने बताया कि मुख्यमंत्री ने बच्ची की पढ़ाई, नौकरी और शादी तक की पूरी जिम्मेदारी उठाने की बात कही है। उसके नाम 10 लाख की एफडी भी करवाई गई है।

भाजपा विधायक को सद्बुद्धि के लिए हवन
मंदसौर मामले में भाजपा विधायक सुदर्शन गुप्ता द्वारा बोले गए एक कथन का विरोध सोशल मीडिया के साथ ही सार्वजनिक मंचों से किया जा रहा है। रविवार को पंचकुइया स्थित राम मंदिर में विधायक को सद्बुद्धि देने के लिए यज्ञ का आयोजन किया गया। सुदर्शन गुप्ता ने पीड़ित बच्ची के पिता को अस्पताल आए सांसद को धन्यवाद देने के लिए कहा था। हालांकि, जनता की नाराजगी के बाद विधायक गुप्ता ने शनिवार को बयान जारी कर कहा कि मेरी बात से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो गहरा दुख प्रकट करता हूं। मेरा ऐसा इरादा नहीं था। बच्ची और परिवार के प्रति मेरी पूरी संवेदना है।

आगर मालवा से भाजपा विधायक ने भी दिया विवादास्पद बयान

मामले में आगर मालवा से भजपा के विधायक गोपाल परमार ने भी विवादास्पद बयान दिया है। परमान ने कहा कि ऐसा घिनौना कृत्य करने वाले आरोपियों ने पूरे मुस्लिम कौम को बदनाम किया है। उन्होंने कहा कि आरोपियों को सरेआम सूली पर लटका दिया जाना चाहिए।

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