नई दिल्ली.आतंकी फंडिंग को लेकर फ्रांस के संगठन फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में शामिल किया है। एफएटीएफ के फैसले का स्वागत करते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान ने एफएटीएफ के मानकों को लागू करने का वादा किया था। लेकिन पाक आतंकी फंडिंग रोकने में नाकाम रहा। पाक में अभी भी आतंकी हाफिज सईद और जमात-उद-दावा, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन सक्रिय हैं। इसलिए उसका यही अंजाम होना चाहिए। हमें उम्मीद है कि एफएटीएफ के प्लान का समयबध्द तरीके से पालन किया जाएगा।
मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फाइनेंसिंग के मसले पर रोक न लगाने वाले देशों की रेटिंग तैयार करने वाला फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ग्रे और ब्लैक लिस्ट तैयार करता है। पाक मीडिया के मुताबिक, पेरिस में 24 से 29 जून को एफएटीएफ की समीक्षा बैठक हुई। इसमें पाक को ग्रे लिस्ट में 9वें स्थान पर रखा गया। पाकिस्तान के अलावा ग्रे लिस्ट में 8 अन्य देशों इथियोपिया, सर्बिया, श्रीलंका, सीरिया, त्रिनिदाद और टोबेगो, ट्यूनीशिया और यमन शामिल हैं।
पाक में आतंकियों को फंडिंग जारी- रिपोर्ट: एफएटीएफ की समीक्षा बैठक में पाकिस्तान द्वारा आतंकी फंडिंग रोकने के लिए उठाए गए कदमों की रिपोर्ट पेश की थी। पाक ने अगले 15 महीने में आतंकी फंडिंग को रोकने के लिए 26 सूत्रीय एक्शन प्लान पेश किया। एफएटीएफ ने इंटरनेशनल कोऑपरेशन रिव्यू ग्रुप (आईसीआरजी) की रिपोर्ट की समीक्षा के बाद पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में शामिल कर लिया। आईसीआरजी की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान सीमा पार से हो रही फंडिंग को रोकने में नाकाम रहा है। पाक अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि एफएटीएफ ने सभी 9 देशों को समय सीमा में उसके मानकों के तहत आतंकी फंडिंग पर एक्शन लेने के लिए कहा है।
Comment Now