रायपुर.न्यू राजेंद्र नगर बजाज कॉलोनी से आठ साल पहले गायब नंद किशोर मनहरे की हत्या की वजह भी सामने आ गई है। उसकी कॉलोनी में रहने वाले उसके दो दोस्तों ने गणेश समिति के अध्यक्ष विवाद के चलते उसकी गला दबाकर हत्या की थी। हत्या के बाद शव को बाइक में ऐसे बिठाया जैसे वो जिंदा है। उसके एक आरोपी बाइक की ड्राइविंग सीट पर बैठा और शव को बीच में बिठाया गया। उसके पीछे दूसरा आरोपी बैठा। वे उसे आधी रात राजिम ले गए। वहां लोहरसी सरगी नाले में शव फेंक दिया और रात में ही घर लौट गए। यहां गुम इंसान कायम जरूर हुआ लेकिन शव नहीं मिलने से पुलिस जांच ही शुरू नहीं कर सकी।
महोत्सव समिति के अध्यक्ष पद को लेकर हुआ था विवाद, मारपीट के बाद गला घोंट दिया:एडिशनल एसपी प्रफुल्ल ठाकुर बुधवार को हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि बजाज कॉलोनी का नंदकिशोर मनहरे, राजेश उर्फ रिंकू यादव और अवलेश धृतलहरे उर्फ मोनू दोस्त थे। तीनों मिलकर कॉलोनी में हर साल गणेश की प्रतिमा स्थापित करते थे। इसके लिए उन्होंने समिति भी बनाई थी। उसके अध्यक्ष पद को लेकर उनके बीच विवाद शुरू हो गया। नंदकिशोर खुद अध्यक्ष बनना चाहता था। रिंकू भी दावेदारी कर रहा था, लेकिन नंदकिशोर का अध्यक्ष बनना तय था। 16 जुलाई की रात 10 बजे नंदकिशोर घर से टहलने निकला था। जहां दोनों मिल गए। समिति के मुद्दों को लेकर फिर उनके बीच विवाद हुआ। झगड़ा इतना बढ़ा कि उनके बीच मारपीट हो गई। उसी दौरान रिंकू और मोनू ने मिलकर उसका गला घोटकर हत्या कर दी। उसके बाद उन्होंने नंद किशोर के शव को इस तरह बाइक में रखकर उसके शव को राजिम ले गए। जहां नाले में शव को फेंक दिए। सुबह घर आकर अपने घर पर सो गए।
कब्र की होगी खुदाई, लेकिन जमीन तलाश रही पुलिस :आठ साल पहले नंद किशोर का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। लावारिस लाश समझकर उसका दफनाया गया है, लेकिन अब कब्र खोजने में पुलिस परेशान हो रही है। मामला खुलने के बाद पुलिस कब्र खोदने की तैयारी कर रही है। कब्र से उसके नर कंकाल को निकाला जाएगा और परिजनों को सौंपा जाएगा।
पुलिस की लापरवाही माता-पिता को नहीं मिला बेटे का शव:बजाज कॉलोनी के बंशी लाल मनहरे का बेटा नंदकिशोर 16 जुलाई 2010 की रात 10 बजे से गायब था। वह खाना खाकर घर से निकला था। उसके बाद नहीं लौटा। सुबह घर वालों ने उसकी तलाश शुरू की। जब उसकी कोई जानकारी नहीं मिली तो न्यू राजेंद्र नगर थाने में शिकायत की। पुलिस ने भी तीन दिनों तक लाश किया गया। जांच के बाद पुलिस ने 21 जुलाई को गुम इंसान का केस दर्ज कर लिया। जबकि 17 जुलाई की सुबह नंदकिशोर का शव मिल गया था। राजिम पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया था। राजिम पुलिस ने कंट्रोल रूम में सूचना दी और युवक की फोटो भी शेयर किया था। अखबार में उसकी फोटो भी छपवाई। इसके बाद भी राजेंद्र नगर पुलिस ने ध्यान नहीं दिया। सात दिन तक कोई वारिस नहीं आया तो पुलिस ने अंतिम संस्कार कर दिया।
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