सोच्चि। क्रिस्टियानो रोनाल्डो की पुर्तगाल टीम शुक्रवार को फीफा विश्व कप के ग्रुप 'बी' में उथलपुथल से जूझ रही स्पेनिश टीम का सामना करेगी। रोनाल्डो का यह संभवत: अंतिम विश्व कप है और वे अपनी टीम को इस महत्वपूर्ण मुकाबले में जीत के साथ शुरुआत दिलाना चाहेंगे।
स्पेनिश टीम इस बात को लेकर सुर्खियों में है कि उसने विश्व कप के शुरू होने से ठीक एक दिन पहले कोच जुलेन लोपेतेगुइ को पद से हटा दिया था। लोपेतेगुइ रीयल मैड्रिड से जुडऩे जा रहे हैं जो रोनाल्डो का क्लब है। यही नहीं, स्पेन के छह खिलाड़ी भी इस क्लब से जुड़े हुए हैं और इसलिए जब 33 वर्षीय रोनाल्डो अपने क्लब के साथियों के खिलाफ नजर आएंगे तो यह दिलचस्प नजारा होगा। इस मुकाबले को दो अनुभवी खिलाड़ियों रोनाल्डो और स्पेन के आंद्रे इनेस्ता के मुकाबले के रूप में देखा जा रहा है।
रोनाल्डो के हाथ खाली : रोनाल्डो हालांकि अभी क्लब के बारे में नहीं बल्कि विश्व कप के बारे में सोच रहे हैं क्योंकि उनके नाम पर अगर कोई ट्रॉफी दर्ज नहीं है तो वह विश्व कप है। पुर्तगाल को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। उसने दो साल पहले फ्रांस को हराकर यूरोपीय खिताब जीता था। रोनाल्डो भले ही अब 33 साल के हैं, लेकिन वह शारीरिक तौर पर मजबूत हैं। वह जब तक चाहें तब तक खेल सकते हैं, लेकिन 2022 में अपने पांचवें विश्व कप में उनकी वापसी की कल्पना करना मुश्किल है। अगर उन्हें अपने नाम के आगे विश्व कप विजेता जोडऩा है तो यह सर्वश्रेष्ठ मौका है।
तब 19 साल के थे रोनाल्डो : पुर्तगाल ने इससे पहले जब किसी बड़े टूर्नामेंट में स्पेन को हराया था तब रोनाल्डो उस मैच में खेले थे। यूरो 2004 के ग्रुप चरण के उस मैच में पुर्तगाल ने 1-0 से जीत दर्ज की थी। रोनाल्डो तब केवल 19 साल के थे और अब वह अपने देश की तरफ से सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाडिय़ों में शामिल हैं। रोनाल्डो के नाम पर 81 गोल दर्ज हैं। विश्व कप में अब तक रोनाल्डो तीन टूर्नामेंट में केवल तीन गोल कर पाए हैं और वह रूस में अपना रिकॉर्ड सुधारने के लिए निश्चित तौर पर प्रतिबद्ध होंगे।
यह देखना भी दिलचस्प होगा कि स्पेन की टीम कोच को शुरुआती मैच से दो दिन पहले बर्खास्त किए जाने से उबर पाती है या नहीं। यह उसके नए कोच फर्नांडो हीरो के लिए भी परीक्षा का समय होगा, जिन्हें कम समय में बड़ी भूमिका निभानी होगी। स्पेन अपने पुराने कोच लोपेतेगुइ के मार्गदर्शन में 20 मैचों से अजेय थी और अब हीरो के पास स्पेन का हीरो बनने का मौका है।
मैच के दौरान सभी की निगाहें रोनाल्डो और इनेस्ता पर जरूर रहेंगी, लेकिन दोनों टीमों के पास भी कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं जो मैच का पासा पलट सकते हैं। स्पेन के पास मैनचेस्टर युनाइटेड के गोलकीपर डेविड डि गिया हैं जिनके रहते विपक्षी टीम के लिए गोल पोस्ट को भेदना आसान नहीं रहेगा। सर्जियो रामोस को कौन भूल सकता है जिनके कारण यूएफा चैंपियंस लीग के फाइनल में मिस्त्र के मोहम्मद सालाह चोटिल हो गए थे। स्पेन के स्ट्राइकर इस्को, मार्को असेंसियो और डिएगो कोस्टा गोल करने के लिए आगे रहेंगे। वहीं, पुर्तगाल के पास डिफेंडर ब्रूनो अल्वेस, पेपे, मिडफील्डर आंद्रे सिल्वा हैं जिनके खिलाफ स्पेन को कोई खास रणनीति बनानी होगी।
शैली और रणनीति : स्पेन 4-2-3-1 की शैली से उतर सकती है, जबकि पुर्तगाली कोच सांतोस टीम को 4-4-2 में मैदान पर उतार सकते हैं। पहले 15 से 20 मिनट में जो टीम स्कोर करेगी तो उसको फायदा होगा। स्पेन की टीम अगर रोनाल्डो को पकड़ कर रखती भी है तो पुर्तगाली टीम को अपने रणनीति के तहत मिडफील्ड के खिलाडिय़ों को रोनाल्डो की मदद करनी होगी।
पुर्तगाल टीम :
गोलकीपर : एंथनी लोपेज, बेटो, रुइ पेट्रीसियो
डिफेंडर : ब्रूनो अल्वेस, सेड्रिक सोरेस, जोस फोंटे, मारियो रुइ, पेपे, राफेल ग्वेरेरो, रिकार्डो परेरा, रुबेन डियास
मिडफील्डर : एड्रियान सिल्वा, ब्रूनो फर्नांडीस, जोओ मारियो, जोआओ मौतिन्हो, मैनुअल फर्नांडीस, विलियम कार्वाल्हो, आंद्रे सिल्वा, बर्नार्डो सिल्वा
स्ट्राइकर : क्रिस्टियानो रोनाल्डो, गेल्सन मार्टिंस, गोंकालो ग्वेडेस, रिकार्डो क्यूरेस्मा
कोच : फर्नांडो सांतोस
स्पेन टीम :
गोलकीपर : डेविड डि गिया, पेपे रेना, केपा एरिजाबलागा
डिफेंडर : डानी कार्वाजल, अल्वारो ओड्रिजोला, जेरार्ड पिक, सर्जियो रामोस, नाचो, सेसर एजपिलिकुएटा, जॉर्डी अल्बा, नाचो मोनियल
मिडफील्डर : सर्जियो बास्किट्स, शाऊल निगेज, कोक, थिएगो अलकंतारा, आंद्रे इनेस्ता, डेविड सिल्वा
स्ट्राइकर : इस्को, मार्को असेंसियो, लुकास वाज्क्यूज, इगो अस्पस, रोड्रिगो, डिएगो कोस्टा
कोच : फर्नांडो हीरो
नंबर गेम :
Comment Now