रामगढ़ (जम्मू)। पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा। मंगलवार रात को पाकिस्तानी रेंजर्स ने एक बार फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सांबा के रामगढ़ सेक्टर में भारतीय चौकियों को निशाना बनाकर गोलीबारी की। इसमें असिस्टेंट कमांडेंट, असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर और कांस्टेबल समेत 4 जवान शहीद हो गए। वहीं सब इंस्पेक्टर समेत 5 अन्य घायल हुए हैं। इनमें से सब इंस्पेक्टर की हालत गंभीर बताई गई है।
जानकारी के अनुसार मध्य रात्रि सवा दो बजे तक रुक-रुक गोलाबारी होती रही। बीएसएफ जवान करारा जवाब दे रहे हैं।
जून के पहले हफ्ते सीमा पर भारी गोलाबारी करने के बाद पाकिस्तान ने सेक्टर कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग में वादा किया था कि वह शांति कायम करने में पूरा सहयोग देगा, लेकिन हर बार की तरह वह खरा नहीं उतरा।
बीएसएफ सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी रेंजर्स ने रात करीब दस बजे रामगढ़ सब-सेक्टर की नारायणपुर व बाबा चमलियाल की दरगाह के निकट बीएसएफ पोस्ट के बीच गश्त कर रहे जवानों को निशाना बनाकर गोलियां दागी। स्नाइपर शाट में बीएसएफ के तीन जवान घायल हो गए। वे रात को गश्त कर रहे थे। देर रात डेढ़ बजे तीन जवानों ने दम तोड़ दिया। इनकी पहचान 62वीं बटालियन में असिस्टेंट कमांडेंट जितेंद्र सिंह (35), एएसआई राम निबास (50) व कांस्टेबल हंस राज (36) के रूप में हुई। एक अन्य जवान एसआई एन जेंटल सिंह की हालत गंभीर बताई जा रही है।
शहीदों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए रामगढ़ अस्पताल में रखा गया है। इन पोस्टों पर बीएसएफ की 62वीं बटालियन तैनात है। बाबा चमलियाल की दरगाह पर अगले सप्ताह वार्षिक मेले का आयोजन भी होना है। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने अपनी अशरफ व सेदनवाली पोस्ट से फायरिंग की, जहां चिनाब रेंजर्स तैनात हैं। बीएसएफ ने भी पाकिस्तान को उचित जवाब दिया। हालांकि इस दौरान मोटार्र के इस्तेमाल की कोई सूचना नहीं है।
इस घटना के बाद घुसपैठ की आशंका को देखते हुए बीएसएफ से सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। देर रात तक सीमा पर रुक-रुक कर गोलीबारी जारी रही।
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