वॉशिंगटन. अमेरिका में चीन के लिए जासूसी करने के आरोप में खुफिया विभाग के एक पूर्व अफसर को एफबीआई ने गिरफ्तार किया गया है। मंगलवार को सिएटल की कोर्ट में उस पर आरोप भी तय कर दिए गए। अमेरिकी न्याय विभाग के मुताबिक, 58 साल के रॉन रॉकवेल हानसेन को अमेरिका की गोपनीय सूचनाएं देने के एवज में चीन आठ लाख रुपए का भुगतान भी कर चुका था। उसे शनिवार को तब गिरफ्तार किया गया जब वो सिएटल एयरपोर्ट से चीन की फ्लाइट पकड़ने जा रहा था।
आरोप साबित हुए तो हो सकती है उम्रकैद
- हानसेन अमेरिका के उटाह का रहने वाला है। उस पर रक्षा से जुड़ी खुफिया जानकारियां जुटाने और उसे देश से बाहर भेजने की कोशिश करने का आरोप है। उस पर कैश स्मगलिंग समेत 15 अलग-अलग आरोप भी दायर किए गए हैं। अगर जासूसी का आरोप साबित हुआ तो उसे उम्रकैद हो सकती है।
- नेशनल सिक्युरिटी डिविजन के असिस्टेंट अटॉर्नी जनरल जॉन डेमेर्स ने हानसेन की इस हरकत को देश की सुरक्षा के साथ धोखा करार दिया है।
रिटायरमेंट के बाद जानकारी चुराने की कोशिश कर रहा था
- जानकारी के मुताबिक, हानसेन अमेरिकी सेना में सिग्नल इंटेलिजेंस का काम कर चुका है। उसे 2006 में डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी में नियुक्त किया गया था। यहां उसे विदेशी खुफिया एजेंट्स की भर्ती और प्रबंध का काम दिया गया था। कोर्ट में दायर आरोप पत्र के मुताबिक, हानसेन चीन की मैंडरिन और रूसी भाषा बखूबी जानता है।
- न्याय विभाग ने कोर्ट को बताया कि हानसेन 2013 से 2017 के बीच कई बार अमेरिका से चीन के बीच सफर कर चुका था। आरोप है कि रिटायर होने के बाद भी उसने इस दौरान कई बार खुफिया जानकारी तक पहुंच बनाने की कोशिश की।
अमेरिका में जासूसी के आरोप में पकड़े जा रहे हैं पूर्व अधिकारी
- अमेरिका में बीते कुछ दिनों में चीन के लिए जासूसी करने के आरोप में कई पूर्व खुफिया अफसरों को पकड़ा गया है। पिछले महीने ही सीआईए के एक पूर्व अफसर जेरी चुन शिंग को देश के रक्षा मामलों से जुड़ी जानकारी इकट्ठा करने और उसे चीन तक पहुंचाने की साजिश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
- इसके अलावा सीआईए अफसर केविन मैलरी को भी चीन को जानकारी बेंचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन पर वर्जिनिया स्टेट में मामला चल रहा है।
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