नई दिल्ली. नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों से ऐप पर बात की। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का लक्ष्य 2022 तक सबको घर देने का है। सरकारी याजनाओं के लाभार्थियों से सीधा संवाद करना बहुत अच्छा है। सभी का सपना होता है, उसका एक अपना घर हो और आजादी के कई सालों बाद भी गरीबों की इच्छा अधूरी थी। उन्होंने कहा- एक जिंदगी बीत जाती है, अपना घर बनाने में। पर अब ये सरकार दूसरी है और कहावत बदल रही है। अब कहावत होगी- अब जिंदगी बीतती है अपने ही आशियाने में। अगर आपसे इस योजना के लिए कोई पैसा मांगे तो इसकी फौरन शिकायत करें।
आवास योजना जीवन में सुधार और सपनों को सच करने के लिए है
- नरेंद्र मोदी ने कहा- "सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से सीधे बातचीत करना अद्भुत है। इससे योजना के अलग-अलग पहलुओं के बारे में पता चलता है। साथ ही हम कहां सुधार कर सकते हैं ये भी पता चलता है।"
- "हर इंसान अपने खुद के घर की चाह रखता है। किसी के पास अपना खुद का घर होता है तो वो ज्यादा खुश होता है। आवास योजना सिर्फ ईंट और गारा नहीं है। ये जीवन की बेहतर गुणवत्ता और सपने के सच होने के बारे में है।"
- "हमारी सरकार की कोशिश भी यही है। सब के लिए घर, सबके लिए बीमा, सबके लिए बिजली, सबके लिए बेहतर स्वास्थ्य मिले। इसीलिए इतने बड़े तादाद में भाईयों और बहनों से जुड़ने का मौका मिला है।"
हमारी कोशिश, सबको पक्का घर मिले
- एनडीए सरकार हाउजिंग सेक्टर को काफी महत्व दे रही है। हम ये पक्का करने की कोशिशों में जुटे हैं कि 2022 में जब भारत आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा हो तब हर भारतीय के पास अपना खुद का घर हो।
- यूपीए सरकार के दौरान योजना के लाभार्थियों को बीपीएल के जरिए चुना जाता था। हमनें सामाजिक-आर्थिक-जाति-जनगणना के आधार पर चुनाव शुरू किया। इसके जरिए हमनें उन्हें भी लाभार्थियों में जोड़ा जो पहले छूट गए थे।
इससे पहले तीन सरकारी योजना के लाभार्थियों से बात कर चुके हैं मोदी
- मोदी ने 28 मई को नमो ऐप के जरिए उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों से बातचीत की थी। इसके बाद, 29 मई को मुद्रा योजना के लाभार्थियों से उनके अनुभव शेयर किए। इसके बाद स्किल इंडिया के लाभार्थियों से बात की।
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