खेल डेस्क.14 जून से रूस में शुरू हो रहे 21वें फीफा विश्वकप में खिताब के लिए 32 टीमों के बीच मुकाबला होगा। ये सभी मुकाबले रूस के 11 शहरों के 12 स्टेडियम में खेले जाएंगे। इनमें सबसे बड़ा लुझनिकी स्टेडियम, सबसे महंगा क्रिस्टोवस्की स्टेडियम और फैबर अंडे के आकार का फिस्ट स्टेडियम भी शामिल है। क्रिस्टोवस्की को बनाने में लगभग 11, 401 करोड़ रुपए लगे हैं। विश्वकप के दौरान इस्तेमाल में लाए जाने वाले सभी स्टेडियम को बनाने और उनके रेनोवेशन में लगभग 6 बिलियन डॉलर खर्च किए है। जबकि, पिछली बार ब्राजील में 3.6 बिलियन डॉलर ही खर्च हुए थे।
लुझनिकी में 81 हजार लोग एक साथ देख सकते हैं मैच
- रूस की राजधानी मॉस्को में स्थित लुझनिकी स्टेडियम देश का सबसे बड़ा स्टेडियम है। इसमें एक साथ 81 हजार दर्शक मैच देख सके हैं। इसके रेनोवेशन में 2,816 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। यहां पर टूर्नामेंट का ओपनिंग और फाइनल मैच खेला जाएगा।
- 1956 में पहली बार इस मैदान पर मैच खेला गया था। तब इसका नाम सेंट्रल लेनिन स्टेडियम था जो कि 1992 में जाकर लुझनिकी स्टेडियम हो गया। 1963 में सोवियत यूनियन और इटली के बीच हुए मैच को रिकॉर्ड 1,02, 538 लोगों ने स्टेडियम में मुकाबले को देखा था।
स्पेसशिप के आकार का क्रिस्टोव्स्की स्टेडियम
- सेंट पीटर्सबर्ग में स्थित क्रिस्टोव्स्की स्टेडियम को स्पेसशिप के आकार का बनाया गया है। इसके निर्माण कार्य में लगभग 11, 401 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। उस स्टेडियम की खास बात ये है कि इसके अंदर का तापमान हमेशा 15 डिग्री सेल्सियस ही रहता है। ये दुनिया का सबसे महंगा फुटबॉल स्टेडियम है।
- क्रिस्टोव्स्की स्टेडियम की क्षमता 67 हजार है। रसियन प्रीमियर लीग के दौरान इसके अंदर 56,196 लोगों ने एक साथ मैच देखा था। विश्वकप के लिए इसकी दर्शक क्षमता को बढ़ा दिया गया। इसका निर्माण कार्य 2007 में शुरू हुआ जो कि 2017 में जाकर समाप्त हुआ।
स्टेडियम से दिखता है काला सागर
-सोची में स्थित फिस्ट स्टेडियम विंटर ओलंपिक के साथ-साथ फीफा वर्ल्डकप की मेजबानी करने वाला दुनिया का दूसरा स्टेडियम होगा। इसके रेनोवेशन में 5, 224 करोड़ रुपए खर्च किए गए। यह फैबर अंडे के आकार का बनाया गया है। इसके दक्षिण में काला सागर और उत्तर में फिस्ट माउंटेन है। दक्षिणी स्टैंड से काला सागर दिखाई देता है।
- विश्वकप के लिए इस स्टेडियम की दर्शक क्षमता 41,220 कर दी गई है। टूर्नामेंट की समाप्ति के बाद वैकल्पिक सीटों को हटा दिया जाएगा। जिसके बाद इसकी क्षमता 40 हजार हो जाएगी।
केवल दो स्टेडियम की दर्शक क्षमता 40 हजार से नीचे
-विश्वकप के इस्तेमाल में लाए जाने वाले सभी स्टेडियमों में से केवल दो कलिनिग्राद स्टेडियम (35, 212) और एकटरिनबर्ग स्टेडियम (35,696) की क्षमता 40 हजार से नीचे है। इन दोनों के अलावा सभी 10 स्टेडियम 40 हजार से ज्यादा दर्शक क्षमता वाले हैं।
क्रिस्टोव्स्की स्टेडियम के रेनोवेशन में लगे 114 अरब रुपए
नाम | दर्शक क्षमता | निर्माण-रेनोवेशन में खर्च |
कजान एरीना | 45,379 | 439.7 मिलियन डॉलर |
एक्टोरिनबर्ग एरीना | 35,696 | 215 मिलियन डॉलर |
फिस्ट स्टेडियम | 47, 659 | 779 मिलियन डॉलर |
कालिनिग्राद स्टेडियम | 35, 212 | 300 मिलियन डॉलर |
स्पार्टक स्टेडियम | 45, 360 | 430 मिलियन डॉलर |
लुझनिकी स्टेडियम | 81, 000 | 420 मिलियन डॉलर |
नोवगोरोद स्टेडियम | 44,899 | 290 मिलियन डॉलर |
रोस्तोव स्टेडियम | 45,145 | 330 मिलियम डॉलर |
क्रिस्टोव्स्की स्टेडियम | 67, 000 | 1.7 बिलियन डॉलर |
मोरदोविया एरीना | 44,442 | 300 मिलियन डॉलर |
कॉसमोस एरीना | 44, 807 | 320 मिलियन डॉलर |
वोल्गोग्राद एरीना | 45,568 | 280 मिलियन डॉलर |
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