भोपाल।प्रदेश कांग्रेस की शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने विधानसभा क्षेत्रों में जांच के लिए दो टीम सोमवार को भेजने का निर्णय लिया है। टीम पता करेंगी कि गड़बड़ी कहां और कैसे हुई और इसे कैसे ठीक किया जा सकता है। ये टीम भोजपुर, नरेला, सिवनी मालवा और होशंगाबाद विधानसभा क्षेत्रों में फर्जी मतदाताओं की पड़ताल करेंगी। टीम 7 जून को अपनी रिपोर्ट आयोग को देंगी।
कांग्रेस ने क्या लगाए थे आरोप
- प्रदेश कांग्रेस ने आज दिल्ली में भाजपा पर मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर हेरफेर करने का आरोप लगाया है।
- प्रदेश की मतदाता सूची में 60 लाख से ज्यादा फर्जी मतदाता है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुरेश पचौरी, विवेक तन्खा और सत्यव्रत चतुर्वेदी चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचे और सबूतों के साथ शिकायत की थी।
एक वोटर का नाम 26 लिस्ट में
- सिंधिया ने यहां कहा, "यह भाजपा का किया धरा है। यह कैसे मुमकिन है कि पिछले 10 साल में राज्य (मध्य प्रदेश) की जनसंख्या 10% बढ़ी, लेकिन वोटरों की तादाद में 40% का इजाफा हो गया। हमने हर एक विधानसभा क्षेत्र में पड़ताल की तो पाया कि एक वोटर का नाम 26 लिस्टों में है। ऐसा दूसरी जगहों पर भी हुआ है।"
हम चुनाव आयोग को सबूत देंगे
- वहीं, कमलनाथ ने कहा, "हम चुनाव आयोग को सबूत देंगे कि राज्य में 60 लाख फर्जी वोटर हैं। ये नाम जानबूझकर लिस्ट में शामिल किए गए हैं। यह प्रशासनिक लापरवाही नहीं, प्रशासनिक दुरुपयोग है।"
राज्य में इसी साल होने हैं चुनाव
- बता दें कि मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए इस साल के आखिरी तक चुनाव होना है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी चुनाव होंगे।
- अभी मध्य प्रदेश में 167 सीटों के साथ भाजपा सत्ता में है। दिसंबर 2013 में हुए चुनाव में कांग्रेस 57, बसपा 4 सीटों पर जीती थी। दो सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार चुने गए थे।
दिग्विजय सिंह ने किया ट्वीट
- पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया है कि प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस की जीत का अंतर 60 लाख से कम है। भाजपा ऐसी ही तिकड़मों से चुनाव जीतती है।
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