कोलकाता. पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के बलरामपुर में एक और भाजपा कार्यकर्ता का बिजली के खंबे से शव लटका मिला है। तीन दिन में भाजपा कार्यकर्ता की मौत का ये दूसरा मामला सामने आया है। शव की पहचान बलरामपुर के रहने वाले 32 साल को दुलाल कुमार के रूप में हुई है। बता दें 30 मई को 18 साल के भाजपा कार्यकर्ता त्रिलोचन महतो का शव पेड़ से लटका मिला था। इन मौतों के लिए भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया है। पुलिस ने मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी है।
तृणमूल को ठहराया जिम्मेदार
- बंगाल भाजपा ने ट्विटर पर तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी पर निशाना साधा। ट्वीट में लिखा है, "तृणमूल कांग्रेस के गुंडे सांसद अभिषेक के कहने पर पुरुलिया में विपक्ष को खत्म करने का काम कर रहे हैं।"
- बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने तृणमूल कांग्रेस पर राज्य से राजनीतिक विपक्ष को खत्म करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हम इस तरह की घटनाओं का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं।
पुलिस पर उठाए सवाल
- घटना के बाद भाजपा महासचिव और बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया, "हम शर्मिंदा हैं! शायद प्रजातंत्र भी शर्मिंदा है! डीजी के पूर्ण प्रयास के बाद भी आखिर पुरुलिया जिले में भाजपा कार्यकर्ता की लाश सुबह टॉवर पर लटकी हुई मिली है! मैंने कल रात अनुज शर्मा एडीजी लॉ & ऑर्डर, पश्चिम बंगाल से बहुत देर बात की। बलरामपुर के दुलाल की जान खतरे में है बताते हुए,उनसे किसी भी हाल में उसे बचाने के लिए अनेक बार कहा! उन्होंने कहा था, पुलिस पूरी ताकत से कोशिश कर रही है और मैं स्वयं पूर्ण प्रयास करूंगा।"
30 मई को पेड़ से लटका मिला था शव
- भाजपा कार्यकर्ता त्रिलोचन महतो का शव 30 मई को पेड़ से लटका मिला था। उसके शव पर एक पोस्टर चिपका था। जिसपर लिखा था कि भाजपा का साथ देने का यही नतीजा होगा। इस घटना पर अमित शाह ने भी दुख जताया था। उन्होंने कहा टीएमसी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि टीएमसी हिंसा के मामले में कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) माकपा से आगे निकल गई।
हिस्ट्री ऑनर्स का छात्र था त्रिलोचन
- त्रिलोचन बलरामपुर कॉलेज में हिस्ट्री ऑनर्स से थर्ड ईयर का छात्र था। मंगलवार शाम वो फोटोकॉपी कराने निकला था। शाम करीब 6 बजे उसने आखिरी बार अपने भाई विवेकानंद को फोन किया था और अपनी जान को खतरा बताते हुए धमकी मिलने की बात कही थी। उसके बाद त्रिलोचन घर नहीं पहुंचा। बुधवार को उसकी लाश पेड़ से लटकी मिली।
आयोग ने ममता सरकार से मांगी रिपोर्ट
- इस मामले में शुक्रवार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पश्चिम बंगाल सरकार से रिपोर्ट मांगी थी। आयोग ने चार हफ्तों में इस घटना पर पूरी रिपोर्ट देने का समय दिया है।
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