सर्व शिक्षा अभियान के तहत केंद्र सरकार स्कूलों मैं 69 किताबें देने वाली है
इनमें से एक किताब में मोदी और चाचा चौधरी का संवाद दिलचस्प ढंग से पेश किया गया है
पुणे. सर्व शिक्षा अभियान के तहत जिला परिषद के स्कूलों में केंद्र से आने वाली नई किताब 'चाचा चौधरी और मोदी' को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इसमें, चाचा चौधरी मोदी सरकार की योजनाओं की जानकारी देते नजर आ रहे हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) सांसद सुप्रिया सुले ने सोमवार को भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में भी राजनीति कर रही है। वह सर्व शिक्षा अभियान के लिए मिलने वाले पैसे का दुरुपयोग कर अपनी मार्केटिंग में व्यस्त है।
क्या है इस किताब में खास?
- केंद्र सरकार जो सर्व शिक्षा अभियान के तहत स्कूलों में 69 किताबें भेज रही है। इमें से एक किताब का शीर्षक 'चाचा चौधरी और मोदी' है। इसके कवर पेज पर नरेंद्र मोदी, चाचा चौधरी और साबू की तस्वीर है।
- बच्चे इसे लाइब्रेरी में मुफ्त में पढ़ सकेंगे। वे इसे खरीदना चाहें तो इसकी कीमत 35 रुपए रखी गई है।
- इस किताब में नरेंद्र मोदी और चाचा चौधरी के बीच संवाद को दिलचस्प ढंग से पेश किया गया है। इसमें सरकार की नीतियों पर चाचा चौधरी अपने विचार रखते हुए नजर आते हैं।
'बीजेपी ने शिक्षा को बनाया राजनीति का अखाड़ा'
-पुणे में सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, "हम जब सत्ता में थे तो हमने कभी भी शिक्षा में राजनीति को मिलाने की कोशिश नहीं की, लेकिन जब से भाजपा सत्ता में आई है उसने इस क्षेत्र को भी राजनीति का अखाड़ा बना दिया है। सरकार के फैसलों से यह बात साफ जाहिर होती है।"
शिक्षा से हो रहा खिलवाड़
- सुले ने आगे कहा, "भाजपा सरकार ने शिक्षा की स्थिति दयनीय बना दी है। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि राज्य के प्रत्येक बच्चे को शिक्षा मिले, इसके बावजूद भी जिला परिषद के 1300 स्कूल बंद करने का निर्णय लिया गया है। क्या सरकार बताएगी कि वाड़ा या बस्तियों में रहने वाले बच्चों की शिक्षा का क्या होगा?"
बेमतलब के विरोध में विश्वास नहीं
- राकांपा सांसद ने आगे कहा, "कुछ दिन पहले राज्य के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने आरोप लगाया था कि स्कूल बंद करने को लेकर शरद पवार और सुप्रिया सुले झूठ बोल रहे हैं। यह सुनकर हमें काफी दुख हुआ। क्योंकि हमने कभी भी राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर झूठ नहीं बोला। मैं चाहती हूं कि तावड़े स्पष्ट करें कि हमने क्या झूठ बोला है।"
- उन्होंने आगे कहा कि तावड़े कुछ और नहीं, बल्कि अपनी नाकामयाबी छुपाने की कोशिश कर रहे हैं। हम सरकार की गलतियों पर आपत्ति उठाते हैं और वह हमारा धर्म भी है, बेमतलब का विरोध करने में हम विश्वास नहीं रखते।
पहले भी हुआ है चाचा चौधरी का इस्तेमाल
- इससे पहले मोदी के आह्वान पर आवास और शहरी विकास मंत्रालय की ओर से शुरू किए गए 'स्वच्छ भारत अभियान' को बच्चों तक पहुंचाने के लिए चाचा चौधरी का इस्तेमाल किया गया था।
- डायमंड पॉकेट बुक्स और अमर चित्र कथा ने सितंबर 2016 में "स्वच्छ भारत: द क्लीन रिवोल्यूशन" नाम से एक पुस्तक का प्रकाशन किया था। इसमें चाचा चौधरी और साबू के अलावा बिल्लू और पिंकी भी बच्चों में साफ-सफाई का संदेश देते नजर आए थे।
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