डबरा। डबरा विधानसभा सीट 2003 में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हुई तभी से 2008 और 2013 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की प्रत्याशी इमरती देवी सुमन सीट पर अपना कब्जा जमाए हुए हैं। भाजपा की स्थिति कमजोर है और इसके पीछे सबसे बड़ा कारण डबरा में भाजपा के दो गुट होना है।
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और जल संसाधन मंत्री नरोत्तम मिश्रा के अलग-अलग गुट होने का फायदा कांग्रेस की इमरती देवी को मिल रहा है। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी सुरेश राजे को 34 हजार 486 वोट मिले थे तो वहीं इमरती देवी सुमन को 67764 मत प्राप्त हुए थे। भाजपा यदि अंदरूनी लड़ाई जीत ले तो कांग्रेस पर भी जीत दर्ज कर सकती है। बसपा की बात करें तो पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सत्यप्रकाशी परसेड़िया भी अपनी उम्मीदवारी जता रही हैं।
चूंकि डबरा विधानसभा क्षेत्र में अधिकांश जाटव समाज के वोट हैं और यदि परसेड़िया चुनाव मैदान में उतरती हैं तो जाटव समाज के वोट आधे हो सकते हैं और इसका फायदा भाजपा को मिल सकता है। लगातार दो बार चुनाव में कांग्रेस की जीत हुई है और डबरा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की ओर से कोई ओर दावेदार नजर नहीं आ रहा है। भाजपा की ओर से सुरेश राजे सहित भागीरथ कोरी, एनसी कोरी, दिनेश खटीक, दयाल परिहार, कप्तान सिंह सहसारी, हरीश मेवाफरोश के नाम हैं।
कुल मतदाता - 149696
मतदान केंद्र - 255
पुरुष मतदाता - 81204
महिला मतदाता - 68492
वर्तमान में सबसे बड़ी समस्या
शहर व ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल समस्या का निदान नहीं होना, क्षेत्र में अवैध रेत का उत्खनन होना, बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध नहीं होना, शराब का अवैध कारोबार क्षेत्र में बढ़ा है। इसके अलावा अवैध रेत के परिवहन और लगातार इससे हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कोई खास इंतजाम नहीं हैं। सिविल अस्पताल में पर्याप्त डॉक्टर नहीं होने से गंभीर घायल को ग्वालियर रैफर कर दिया जाता है। ऐसी स्थिति में कई लोग रास्ते में ही अपनी जान गंवा चुके हैं। हाईवे का निर्माण कार्य अधूरा है, इस कारण हादसों में अब तक 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
नपाध्यक्ष का उपचुनाव जीतकर भी भाजपा की राह में मुश्किलें
विगत 13 वर्षों से नगर पालिका की सीट पर कांग्रेस और बसपा का ही कब्जा रहा हैए लेकिन न्यायालय के आदेश के बाद जब बसपा की सत्यप्रकाशी परसेड़िया को नपाध्यक्ष पद से हटाया गया और इसके बाद उप चुनाव हुआए तो भाजपा ने आरती मौर्य को प्रत्याशी बनाया। इनकी जीत के लिए केंद्रीय मंत्री तोमर व प्रदेश जल संसाधन मंत्री नरोत्तम मिश्रा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं डबरा आए और चुनाव प्रचार किया। जनता ने उन्हें जिताया भीए लेकिन वर्तमान में नगर पालिका प्रशासन की स्थित बद से बदतर हो गई है। शहर में सबसे बड़ी समस्या पेयजल की हैए जिसका निराकरण नहीं हो पाया। भाजपा के पार्षद ही अध्यक्ष के खिलाफ खड़े हो गए हैं। ऐसी स्थिति में विधानसभा चुनाव में भाजपा की राह आसान नहीं हो सकती।
यह है स्थिति - जातीय समीकरण
हरिजन, जाटव, ब्राह्मण, रावत, कुशवाह और साहू समाज के मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं। वहीं बघेल, गुर्जर, सेन समाज, परिहार, आदिवासी समाज भी चुनाव को काफी हद तक प्रभावित करते हैं।
वादे और उनकी स्थिति
विधायक की ओर से जो वादे किए गए थे, उन्हें पूरा किया जाना है। सत्ता भाजपा की है। इसके बावजूद भी विधायक ने करीब 7 से 8 करोड़ रुपए की राशि से विकास कार्य कराए। सड़कें दुरुस्त करवाईं, गांवों में सोलर स्ट्रीट लाइटें लगवाईं। पानी समस्या को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में टैंकरों का वितरण कराया। सभी ग्राम पंचायतों में 40.40 लाख रुपए की लागत से सामुदायिक भवन बनवाए गए।
फैक्ट फाइल. 2013 के चुनाव परिणाम
इमरती देवी सुमन (कांग्रेस) - 67764
सुरेश राजे (भाजपा) - 34486
सत्यप्रकाशी परसेड़िया (बसपा) - 19068
पिछले दो चुनावों किस पार्टी को कितने प्रतिशत मत मिले
पार्टी 2008 2003
कांग्रेस 32.07 26.79
भाजपा 17.92 27.43
बसपा 20.37 8.32
(वोट प्रतिशत में)
2018 के संभावित प्रत्याशी
भाजपा - सुरेश राजे, भागीरथ कोरी, दिनेश खटीक, एनसी कोरी, हरीश मेवाफरोस, कप्तान सिंह सहसारी, दयाल परिहार।
कांग्रेस - इमरती देवी सुमन
विधायक से सीधी बात
प्रदेश में भाजपा की सरकार है लेकिन इसके बावजूद भी हमने शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में 7 से 8 करोड़ रुपए की राशि से विकास कार्य कराए। सभी ग्राम पंचायतों में टैंकर वितरित किएए ताकि पानी की समस्या न रहे। क्षेत्र की जनता से मुझे हमेशा स्नेह मिला हैए हमारा कहीं पर भी कोई विरोध नहीं है। भाजपा की सरकार होने के बावजूद क्षेत्र की समस्याओं विधानसभा में पुरजोर उठाया है - इमरती देवी सुमन, विधायक, डबरा
दूसरे नंबर पर रहे प्रत्याशी का मत
विधायकजी के 10 वर्ष पूर्ण होने को है, लेकिन उन्होंने अभी तक ऐसा कोई विकास कार्य नहीं कराया है जिससे जनता खुश हो सके। बसए पानी के टैंकर ग्रामीण क्षेत्रों में वितरित किए हैं। यदि कोई कार्य किया गया है तो वह जनता को बताएं। जनता सब जानती है। अस्पताल व्यवस्था ठप है, अवैध उत्खनन और बेरोजगारी की समस्या बढ़ी है - सुरेश राजे, भाजपा नेता
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