मल्टीमीडिया डेस्क। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना जारी है और भाजपा अपने दम पर सरकार बनाती नजर आ रही है। प्रदेश की कुल 224 सीटों में से एक सीट ऐसी भी है, जो तय करती आई है कि कर्नाटक किसका होगा। इस बार भी ऐसा ही होता नजर आ रहा है। जानिए शिराहट्टी विधानसभा सीट का दिलचस्प कनेक्शन -
1972 के विधानसभा चुनावों से यह सिलसिला जारी है कि इस सीट पर जिस पार्टी का विधायक जीता, प्रदेश में उसी की सरकार बनी। इस बार भाजपा की सरकार बनती नजर आ रही है, तो भाजपा प्रत्याशी रमन्ना एस. लमानी विजयी होते नजर आ रहे हैं।
इस बार रोचक बात यह भी रही कि जेडीएस ने यहां से कोई प्रत्याशी उतारा ही नहीं। जेडीएस ने यह सीट समझौते के तहत मायावती की पार्टी बसपा को दे दी है। बसपा प्रत्याशी हैं चंद्रकांत एस. काड्रोली, जो हारते नजर आ रहे हैं। वहीं कांग्रेस ने मौजूदा विधायक डीआरडी लिंगप्पा पर दांव खेला था, जो हारते नजर आ रहे हैं।
शिराहट्टी विधानसभा सीट गाडक जिले में है। यह नॉर्थ-वेस्ट कर्नाटक का हिस्सा है जो महाराष्ट्र और कर्नाटक को जोड़ता है।
चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, 2013 में कांग्रेस के डीआरडी लिंगप्पा विधायक बने तो प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता रही। 2008 में ऐसा ही भाजपा के साथ हुआ था। रमन्ना एस. लमानी ने कांग्रेस के एचआर नायक को हराया था, तो पहली बार दक्षिण में कमल खिला था और भाजपा को सत्ता मिली थी।
इससे पहले 2004 में कांग्रेस प्रत्याशी जीजी शिवमूर्ति चुने गए थे, तो प्रदेश में कांग्रेस की ही सरकार बनी थी। हालांकि दो साल में ही जेडीएस के साथ उनका गठबंधन टूट गया था। इससे पहले चुनावों में भी जब-जब जनता पार्टी जीती, प्रदेश में उसी की सरकार बनी।
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