एमजीएम मेडिकल कॉलेज से खंडवा मेडिकल कॉलेज भेजने से एक डॉक्टर आहत हैं। उन्होंने वाट्सएप ग्रुप पर धमकी दी है कि यदि उन्हें जल्दी ही वापस इंदौर ट्रांसफर नहीं किया गया तो वे आत्महत्या कर लेंगे। इसकी जिम्मेदारी एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन की होगी। मैसेज की जानकारी मिलने पर डीन ने तुरंत चिकित्सा शिक्षा आयुक्त से इस संबंध में चर्चा की। इधर मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन भी डॉक्टर के समर्थन में उतर आया है।
चिकित्सा शिक्षा विभाग ने करीब 15 दिन पहले एमजीएम मेडिकल कॉलेज के नौ फैकल्टी मेंबर्स को खंडवा ट्रांसफर किया था। कॉलेज प्रबंधन ने इन सभी को आश्वासन दिया था कि खंडवा में एमसीआई की टीम का दौरा होने के बाद उन्हें वापस इंदौर बुला लिया जाएगा। डॉक्टरों को तुरंत खंडवा कॉलेज में ज्वाइनिंग देना थी। डॉक्टर खंडवा पहुंचे भी लेकिन एमसीआई ने उन्हें यह कहते हुए हेड काउंट में गिनने से इनकार कर दिया कि उन्हें पहले ही इंदौर मेडिकल कॉलेज में गिना जा चुका है।
डॉक्टर इसके बाद से वापस इंदौर ट्रांसफर की मांग कर रहे हैं। नौ डॉक्टरों में शामिल डॉ.आरएस रायकवार ने रविवार शाम 5.36 बजे एमपी मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन (एमटीए) के वाट्सएप ग्रुप पर धमकीभरा मैसेज किया।
मैंने मैसेज किया है -
हां, मैंने मैसेज किया था, लेकिन यह गंभीर मामला नहीं है। वाट्सएप ग्रुप पर इस तरह की बातें चलती रहती हैं।
- डॉ.आरएस रायकवार
जल्दी ही कार्रवाई करेंगे -
मैसेज की बात उच्च अधिकारियों की जानकारी में दी जा चुकी है। सीनियरों से इस संबंध में चर्चा चल रही है। जल्दी ही कार्रवाई करेंगे।
- डॉ.शरद थोरा, डीन, एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर
आश्वासन दिया है -
हमने डीन से इस संबंध में चर्चा की है। अधिकारियों का कहना है कि जल्दी ही डॉक्टरों के ट्रांसफर वापस इंदौर कर दिए जाएंगे। उन्होंने हमें मंगलवार तक कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस पर अमल नहीं हुआ तो मेडिकल टीचर्स आंदोलन करेंगे।
- डॉ.पूनम माथुर, अध्यक्ष, मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन
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