Thursday, 22nd May 2025

सरकारी स्कूलों में गुणवत्ता के लिए बनें जागरूक चौपाल लगाकर ग्रामीणों को दे रहे समझाईश

Mon, May 7, 2018 9:12 PM

रायगढ़. सरकारी स्कूलों को प्रभावशाली बनाने तथा लोगों में विश्वास जगाने के उद्देश्य से ग्रामीण क्षेत्रों में चौपाल लगाकर जागरुकता लाने का विशेष अभियान शिक्षा विभाग द्वारा प्रारंभ किया गया है। 
ग्रीष्मावकाश होने के बावजूद गांव गांव पहुंच कर अधिकारी और शिक्षक पालकों को समझाईश देने में जुटे हैं। इसी कड़ी में रायगढ़ विकासखंड के क्लब संकुल अंतर्गत ग्राम अरसीपाली में शिक्षा चौपाल लगाकर विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों से चर्चा करते हुए उन्हें अपने गांव के स्कूल की स्थिति सुधारने के लिए जागरूक होने का आग्रह किया गया। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी आरपीआदित्य, रायगढ़ के पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी एवं एससीआरटी रायपुर के प्राद्ध्यापक सतीश कुमार पांडे की विशेष उपस्थिति में विकास खंड शिक्षा अधिकारी केके स्वर्णकार, सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी द्वय- संजय कुमार पटेल, अनिल कुमार साहू, प्राचार्य टीसी पटेल ,व्यख्याता नरेंद्र पर्वत, हेमधर साहू (कवर्धा ), व्यख्याता(पं.) भोजराम पटेल क्षेत्र के शैक्षिक समवयक, संकुल स्रोत समन्वयक, स्थानीय शिक्षकगण जनप्रतिनिधि विद्यार्थी व पालकों की वृहद उपस्थिति रही। 
चौपाल कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की पूजा आर्चना के साथ किया गया। इस अवसर पर कबीरधाम जिला के कवर्धा विकासखंड से विशेष रूप से आमंत्रित प्रेरक शिक्षक हेमधर साहू द्वारा रोचक ढंग से गीत संगीत व नृत्य में बच्चों को शामिल करते हुए चौपाल कार्यक्रम के विषय में बताया गया। इसके बाद रायगढ़ के पूर्व शिक्षा अधिकारी एससीईआरटी के प्राध्यापक सतीश कुमार पांडे ने चौपाल की आवश्यकता बताते हुए सरकारी स्कूलों की बेहतरी के लिए बच्चों के माता-पिता तथा स्कूल प्रबंधन समिति एवं ग्रामीणों के जागरुकता की आवश्यकता बताई गई। सतीश पांडे ने अपने पूर्व पदस्थ जिला कवर्धा के अनुभव को बांटते हुए बताया कि किस प्रकार ग्रामीण जागरुक होकर स्कूलों को बेहतर बना सकते हैं माता पिता अपने बच्चों की सतत निगरानी एवं मूल्यांकन की जिम्मेदारी को किस प्रकार संभाले इसके लिए भी पांडेय ने सुझाव दिया। 
स्कूल जरूर सुधरेगा
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी आरपी आदित्य ने कहा कि चौपाल कार्यक्रम का उद्देश्य सरकारी स्कूलों में सुधार के लिए ग्रामीणों की सहभागिता तैयार करना है। जिला शिक्षा अधिकारी आदित्य ने कहा कि स्कूलों की समस्याओं के लिए केवल सरकार का मुंह ना ताके। बच्चे आपके स्कूल, आपके गांव आपके जब सब आपके। तो आपको जागरुक होना ही पड़ेगा। जिला शिक्षा अधिकारी आदित्य ने कहा कि गांव के लोग बच्चों के हित की चिंता करें तो स्कूल जरूर सुधर जाएगा। 
शिकायत ही नहीं निगरानी भी करें
ग्रामीणों द्वारा कुछ शिक्षकों के स्कूल समय पर नहीं आने, स्कूल आकर भी बच्चों को नहीं पढ़ाने तथा नशा में लिप्त होने जैसे गंभीर शिकायत करते हुए नामजद शिकायत की गई। जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने ग्रामीणों को समझाईश देते हुए कहा कि अपने स्कूल की केवल शिकायत ना करें आप लोग निगरानी भी करें और शिक्षकों को सचेत भी करें यह आपका भी दायित्व बनता है। बाद में जिला शिक्षा अधिकारी ने नामजद शिकायत प्राप्त शिक्षकों को कड़ा निर्देश देते हुए सख्त चेतावनी भी दी कि भविष्य इस प्रकार शिकायत नहीं आनी चाहिए अन्यथा कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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