रायपुर। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के कसनसुर और राजाराम खांडला इलाके के जंगलों में 22 और 23 अप्रैल को महाराष्ट्र पुलिस के सी-60 कमांडो टीम के साथ मुठभेड़ में मारे गए 40 में से 20 नक्सलियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। पोस्टमार्टम करने वाले डाॅक्टरों की टीम को कई ऐसे शव मिले हैं जिनके अंग गायब हैं। अनुमान है कि इंद्रावती नदी में गिरे कुछ शवों के अंग मगरमच्छ खा गए हैं।
जिन 20 शवों की पीएम रिपोर्ट आई है उनमें 12 गोलियों से मारे गए हैं जबकि आठ की मौत नदी में डूबने से हुई है। 15 महिलाओं और पांच पुरूष नक्सलियों का पीएम गढ़चिरौली के सिविल अस्पताल के सात डॉक्टरों की टीम ने किया। अधिकांश मौतें सिर और शरीर के दूसरे अंगों में गोली लगने से हुई है। सभी 20 शव नक्सली वर्दी में पाए गए थे।
रिपोर्ट में पसलियों में फ्रेक्चर, सिर के विभिन्न् हिस्सों में गोली की वजह से अधिक रक्तस्राव को मौतों की वजह बताया गया है। शवों से मिली गोलियों की संख्या एक से 10 तक है। दो शव ऐसे मिले हैं जिनमें पैर और सिर में गोली लगी और उसके बाद वे या तो नदी में कूद गए या गिर गए। सबसे ज्यादा दस गोली 30 साल के नक्सली नागेश नारोते को लगी है।
नक्सल कमांडर साईनाथ के शव में आगे के हिस्से में तीन और पिछले हिस्से में तीन गोलियां मिली हैं। उसकी मौत छह गोलियां लगने से हुई। जिन 20 शवों का पीएम किया गया है उनमें से 11 की पहचान कर ली गई है।
इनके नाम साईनाथ (35), राजेश नरोटी (35), सुमन (35), नागेश (30), शांताबाई (25), अनिता मंडावी (24), नंदू (40), लता वड्डे (23), क्रांति (25), कार्तिक उइके (32) और जयशिला गावड़े (30) बताए गए हैं। पुलिस ने 20 ऐसे नक्सलियों के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया है जिनकी पहचान नहीं हो पाई थी और जिन्हें लेने कोई परिजन नहीं आया।
इनमें से 17 शव इंद्रावती नदी से मिले थे और गल चुके थे। मारे गए 40 नक्सलियों में से 20 के शव उनके परिजनों को दिए जा चुके हैं। शेष छह में से पांच शवों की पहचान हो गई है और पुलिस इंतजार कर रही है कि उन्हें लेने कोई आएगा। सभी शवों का पीएम हो चुका है। बाकी 20 की पीएम रिपोर्ट भी एक दो दिन में आने की संभावना है।
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