रायगढ़. धरमजयगढ़ वन मण्डल में हाथियों के झुण्ड ने एक ही परिवार के चार सदस्यों को कुचल कर मार डाला। जिसमें दो मासूम बच्चे भी शामिल हैं। वहीं देर रात तक हाथियों का झुण्ड शव के करीब ही खड़े थे। इससे विभाग के अधिकारियों की भी परेशानी बढ़ गई थी, लेकिन देर रात जब हाथियों का दल जंगल में गया। तब विभागीय कर्मचारियों ने शव को उठाया और मौके पर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को शंात कराया। वहीं मृतक के परिजनों को तत्कालिक सहायता राशि भी विभाग के अधिकारियों के द्वारा दी गई।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र के ग्राम कोइलाझर में एक ही परिवार के चार सदस्यों का हाथियों के झुण्ड से सामना उस समय हो गया जब परिवार जंगल से चार बीन कर घर वापस लौट रहा था। जिसमें नेतराम उसकी पत्नी मंगलाई, बेटी आरती 7 वर्ष तथा भाई की बेटी कुमारी ऋ तु को हाथियों के झुण्ड ने बुरी तरह से कुचल कर मौत के घाट उतार दिया। घटना को लेकर दुलियामुड़ा गांव के पास खरसिया मुख्य मार्ग पर ग्रामीणों ने आक्रोश में सड़क जाम कर दिया। लाश जंगल में ही पड़ा हुआ है हाथी यहीं आस-पास ही विचरण कर रहे थे। जिसकी वजह से शव जंगल में ही पड़ा हुआ था। विभाग के कर्मचारियों के द्वारा किसी तरह शव को जंगल से उठाने की कोशिश की जा रही थी। देर रात जब हाथियों का झुण्ड वहां से चला गया, तो शव को लाया गया और आज शव का पोस्टमार्टम कराया गया। वहीं रात में मृतक के परिजनों को तत्काल आर्थिक सहायता राशि वितरण कर दिया गया।
अलग-अलग जंगल में कर रहे विचरण
बताया जा रहा है कि करीब सौ से अधिक संख्या में हाथियों का दल यहां अलग-अलग रेंज में विचरण कर रहा है। हाथियों की मौजूदगी के कारण लोगों के बीच दहशत का भी माहौल है और ग्रामीणों में विभाग के खिलाफ भी काफी आक्रोश देखा जा रहा है।
वर्सन
हाथियों के हमले से एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हुई है। मृतक के परिजनों को रात में तत्काल सहायता राशि वितरण किया गया। हाथियों की मौजूदगी को देखते हुए हाथी प्रभावित क्षेत्र के जंगलों में लोगों को जाने से मना भी किया जा रहा है।
बीएस सरोटे
एसडीओ, धरमजयगढ़ वन मंडल
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