- माना जा रहा है कि पाकिस्तान ने 4 हजार किलो संवर्धित यूरेनियम जमा कर रखा है
- यह भी दावा है कि पाकिस्तान बीते 48 सालों से लगातार गुपचुप तरीके से एटमी हथियार बना रहा है।
वाशिंगटन. पाकिस्तान के पास जल्द ही दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा एटमी हथियार का भंडार होगा। न्यूज एजेंसी ने सैन्य इतिहास और वैश्विक मामलों के एक जानकार के हवाले से यह दावा किया है। उसका कम ताकत (5 से 10 किलोटन) वाले एटमी हथियारों की तैनाती का फैसला दक्षिण एशियाई देशों की स्थिरता को खतरे में डालने वाला है।
आतंकियों के हाथ लग सकता है एटमी बम
- सेन्य इतिहास के बेस्टसेलर लेखक जोसफ वी मिकलेफ ने पाकिस्तान के इस कदम से अपने लेख में सभी को आगाह किया है।
- उनका मानना है कि अगर पाकिस्तान लगातार इस ओर बढ़ता रहा तो एटमी हथियार जिहादी और आतंकी संगठनों के हाथ लगने का खतरा बढ़ सकता है।
- जोसफ अपने लेख में लिखते हैं कि पाकिस्तान का तालिबान, तहरीक-ए-जिहाद इस्लामी, जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन जैसे आतंकी संगठनों से रिश्ता रहा है।
- अलकायदा समर्थित अंसार गजवत-उल-हिंद का नाम भी भारत में आतंकी हमलों को अंजाम देने में आता रहा है।
पाक 48 साल से अवैध रूप से बना रहा एटमी हथियार
- लेखक ने इस बात पर चिंता जताई है कि पाकिस्तान बीते 48 सालों से लगातार गुपचुप तरीके से एटमी हथियार बना रहा है।
- लेखक के मुताबिक, पाकिस्तान और दुनिया के दूसरे हिस्सों में इन हथियारों का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है।
चीन कर रहा पाकिस्तान की मदद
- जोसफ के मुताबिक, चीन मिसाइल बनाने में पाकिस्तान की मदद करता कर रहा है।
- उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों के हवाले से कहा है कि पाकिस्तान के पास इस वक्त 140 से 150 एटमी हथियार हैं।
- माना जा रहा है कि पाकिस्तान एटमी हथियार बनाने के लिए 3 से 4 हजार किलो संवर्धित यूरेनियम और 200 से 300 किलो तक प्लूटोनियम का भंडार कर चुका है।
ये देश हैं न्यूक्लियर बम से लैस
- एक रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूक्लियर शक्ति में सबसे आगे रूस है, जिसके पास 6800 न्यूक्लियर बम मौजूद हैं।
- दूसरे पायदान पर अमेरिका है जिसके जखीरे में 6600 बम हैं।
- इन दोनों महाशक्तियों के बाद तीसरा सबसे ताकतवर देश फ्रांस है जिसके पास 300 बम हैं। इन तीन के बाद चीन 270, यूके 215, पाक 140, भारत 130 और इजराइल के पास 80 बम हैं।
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