सुकमा। किस्टाराम थाना इलाके में शुक्रवार-शनिवार की रात नक्सलियों से मुठभेड़ में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया। मुखबिर से सूचना के बाद देर रात सीआरपीएफ की 212वीं बटालियन की एक टुकड़ी पलोड़ कैंप से सर्चिंग पर निकली थी। जंगल में नक्सलियों से आमना-सामना होने पर दोनों ओर से फायरिंग शुरु हो गई।
- इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ के एएसआई अनिल कुमार मौर्य शहीद हो गए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने घटना की पुष्टि की है।
- शहीद अनिल कुमार यूपी के अमेठी जिले के निवासी हैं। इलाके में अभी भी सर्चिंग जारी है।
- पीएम के बस्तर विजिट के बाद ये नक्सलियों ने इस घटना को अंजाम दिया है। बस्तर विजिट के दौरान नक्सलियों ने मोदी गो बैक के पर्चे फेंके थे और लगातार हमले कर रहे थे।
पीएम विजिट से एक दिन पहले सीआरपीएफ कैंप उड़ाया था
- नक्सलियों ने 13 अप्रैल की रात सुकमा से 7 किमी दूर बोरागुड़ा के पास कोंटा मुख्य मार्ग एनएच-30 पर सीआरपीएफ के उजाड़ पड़े कैंप में तीन धमाके कर उसे उड़ा दिया था।
- इससे पहले नक्सलियों ने 5 दिन पहले बीजापुर में तीन घंटे के अंतराल में तीन बड़े ब्लास्ट किए थे। दो ब्लास्ट तो नाकाम हो गए, लेकिन एक ब्लास्ट की चपेट में पुलिस की मिनी बस आ गई। घटना में डीआरजी के दो जवान शहीद हो गए और सात गंभीर रूप से घायल हैं।
- विस्फोट के बाद नक्सलियों ने आसपास के क्षेत्र में ‘पीएम गो बैक’ लिखे बैनर-पोस्टर टांगा था। इनमें प्रधानमंत्री के दौरे का विरोध किया गया था।
'मोदी यहां की खनिज संपदा कार्पोरेट घरानों को सौंपने आ रहे'
- ब्लास्ट के बाद लगाए गए बैनर-पोस्टर और पर्चे नक्सलियों के पश्चिम बस्तर डिविजनल कमेटी की ओर से जारी किए गए थे।
- इनमें लिखा था- मोदी गो बैक। पीएम बस्तर के विकास के लिए नहीं, बल्कि यहां की खनिज संपदा कॉरपोरेट घरानों को सौंपने आ रहे हैं।
सड़क निर्माण में लगे ट्रक में लगाई आग, इंजीनियर को किया अगवा
- किस्टाराम क्षेत्र में नक्सलियों ने 14 अप्रैल को सुबह 10 बजे के करीब धर्मपेंटा और फैदागुडम के बीच सड़क निर्माण में लगे ट्रक को आग के हवाले कर दिया।
- प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार लगभग 15 हथियार बंद नक्सलियों ने घटना को अंजाम दिया। वहीं एक इंजीनियर को अगवा किया था जिसे बाद में नक्सलियों ने मार दिया था।
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