इंदौर। राजबाड़ा क्षेत्र में शुक्रवार को हुई 4 माह की बच्ची के साथ दिलदहलाने वाली घटना से पूरा शहर गुस्से में है। युवा बलात्कारी को फांसी की सजा देने की मांग कर रही है। उनका कहना है कि यदि सरकार फांसी की सजा नहीं दे सकती तो उसे नपुंशक बना दिया जाए। वहीं घटना के विरोध में कांग्रेस शाम को सीएम शिवराज सिंह चौहान का पुतला दहन करेगी। दूसरी ओर सीएम शिवराज ने बलात्कारियों को फांसी की सजा का कानून बनाने की बात कही है।
- शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद टण्डन ने बताया कि शहर में बिगड़ती कानून व्यवस्था, महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचार एवं छोटी बच्ची की हत्या एवं बलात्कार के विरोध में शाम को सीएम का पुतला दहन किया जाएगा। प्रदेश में महिलाएं और बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। आए दिन ऐसी घटनाएं सुनने में आती हैं। आरोपियो पर सरकार सख्त कार्रवाई नहीं कर रही है।
कैंडल मार्च निकाल विद्यार्थी बोले- बलात्कारियों को फांसी न दे सकें तो नपुंसक ही बना दें
- चार माह की मासूम के साथ हुई झकझोर देने वाली घटना के बाद पूरा शहर गुस्से में है। घटना के विरोध स्वरूप 50 से ज्यादा विद्यार्थियों ने कैंडल मार्च निकाला। वीर सावरकर मार्केट से राजबाड़ा तक निकाले मार्च में नंगे पैर शामिल हुए विद्यार्थियों का सरकार से कहना था कि बलात्कारियों को फांसी न दे सको तो उन्हें नपुंसक बना दिया जाए। उन्होंने कहा कि वे अभियान जारी रहने तक चप्पलें नहीं पहनेंगे। उनके हाथों में स्टॉप वायलेंस अगेंस्ट वुमन, आज यहां कल वहां, हाहाकार हुआ, आज इसका, कल उसका बलात्कार हुआ, छोड़ दो गिनना अब अंगुलियों पर, जैसे नारे लिखे थे। राहुल पंवार, सुमित पंवार, राजन सोनी, शिवानी रिद्म, मुस्कान ज्ञानवानी, शिवानी पिपलिया, अनुष्का शितोलिया, संजना तिवारी, राजन सोनी आदि छात्र-छात्राएं शामिल थे।
शिवराज बोले- दुष्कर्मियों को फांसी का कानून बने
- इंदौर की घटना सामने आने से एक दिन पहले ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के दमोह में कहा था- 92 फीसदी मामलों में नाबालिग बच्चियां रिश्तेदारों के हाथों हैवानियत का शिकार होती हैं। मुझे सदमा लगा कि एक नाबालिग बेटी से उसके पिता ने दुष्कर्म किया। मैं अपील करता हूं कि ऐसे आरोपियों को फांसी दी जाए।
रिलेटिव ने ही की दरिंदगी
- राजबाड़ा के मुख्य गेट के पास शुक्रवार अल सुबह माता-पिता के बीच सो रही 4 माह की बच्ची को 25 वर्षीय एक युवक उठाकर श्रीनाथ पैलेस बिल्डिंग के बेसमेंट में ले गया था, जहां उसके साथ 15 मिनट तक दुष्कर्म किया फिर उसे ऊपर से फेंककर हत्या कर दी। घटनास्थल चौकी से सिर्फ 200 कदम दूर है फिर भी पुलिस को पता नहीं चला। पुलिस ने देर रात युवक को गिरफ्तार कर लिया। जिस युवक ने हैवानियत की वह बच्ची की मां का मौसा है। उसे पत्नी छोड़कर चली गई थी। समझौता कराने के लिए उसने गुरुवार रात बच्ची की मां से झगड़ा भी किया था। पुलिस ने उसे सिर्फ डंडे मारकर भगा दिया था। यदि तभी उसे पकड़ लेती तो मासूम की जान नहीं जाती। वहीं पुलिस ने घटना के 8 घंटे बाद केस दर्ज किया।
12 बजे पहुंचा तो सीढ़ियों के पास दिखा शव : सुनील
- श्रीनाथ पैलेस में बेसमेंट में बने रेडीमेड कपड़ों की दुकान के ऑफिस में काम करने वाले सुनील शर्मा ने बताया वे दोपहर करीब 12 बजे पहुंचे, तभी उन्होंने सीढ़ियों के पास बच्ची का शव पड़ा देखा। सीढ़ियों पर खून फैला था। उसका शव लोहे के गेट के अंदर था। संभवत: उसे हत्या के बाद गेट से अंदर फेंका गया होगा। उन्होंने तुरंत मालिक दीपक जैन को सूचना दी। तब उन्होंने डायल-100 पर घटना की सूचना दी और पुलिस मौके पर पहुंची। घटना की जानकारी मिलने पर एफएसएल टीम भी मौके पर पहुंची और जांच की। लाश मिलने की खबर फैलते ही बच्ची का मामा घटना स्थल पर पहुंचा।
फुटेज में पौने 5 बजे बच्ची को ले जाते दिखा और 15 बजे अकेेला लौटा
- डीआईजी ने बताया कि राजबाड़ा पर जहां परिवार सो रहा था, वहां सीसीटीवी कैमरों की जांच की तो पता चला उनके पास में ही सो रहा युवक तड़के 4.45 बजे बच्ची को साइकल पर ले जाते दिख रहा है। 15 मिनट बाद अकेला लौटता दिखा।
घटना के बाद भी पुलिस का वही रवैया
शिकायत करने सुबह थाने पहुंचे तो कहा- दोपहर में आना
1. लाश मिलने की खबर फैलते ही बच्ची का मामा घटना स्थल पर पहुंचा। उन्होंने बताया कि बच्ची के गायब होने के बाद सुबह थाने गए तो वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने कहा कि दोपहर में आना।
एएसआई ने अधिकारियों को नहीं दी जानकारी, सस्पेंड
2. सूचना के बाद भी पुलिसकर्मियों ने वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की जानकारी नहीं दी। इस मामले में डीआईजी ने सराफा थाने के एएसआई त्रिलोकचंद बरकड़े को सस्पेंड कर दिया है।
डेढ़ घंटे तक टीआई नहीं पहुंचे, शव हटने के बाद आए सीएसपी
3. बच्ची की मौत के बाद भी मौके पर करीब डेढ़ घंटे तक टीआई नहीं पहुंचे। एसआई स्तर के अधिकारी ही जांच करते नजर आए। डेढ़ घंटे बाद सीएसपी कोतवाली बीपीएस परिहार घटना स्थल पर पहुंचे। वे भी तब जब बच्ची के शव को वहां से रवाना कर दिया गया। इसके बाद डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र घटना स्थल पर पहुंचे और जांच की।
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