रायगढ़. धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथियों की मौजूदगी के कारण आए दिन यहां किसानों के फसल नुकसान हो रहे हैं। वहीं जनहानि की घटनाएं भी घटित हो रही है। जहां बीती रात एक ग्रामीण मांड नदी पार कर रहा था कि नदी के करीब के खेत में मौजूद हाथी ने उस पर हमला कर दिया। इससे ग्रामीण की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद मामले की सूचना पर तत्काल वनकर्मचारी मौके पर पहुंचे और मृतक के शव का पंचनामा कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक धरमजयगढ़ वन मंडल के छाल रेंज अंर्तगत ग्राम बरबसपुर निवासी धाधराम राठिया पिता मोती राठिया 45 वर्ष बीती रात करीब दस बजे किसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मांड नदी पार कर नदी उस पार जा रहा था। तभी नदी के करीब खेत में मौजूद एक हाथी ने उस पर हमला कर दिया। हाथी के हमले से ग्रामीण की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद जब मामले की सूचना वनकर्मियों को लगी, तो उन्होंने इसकी जानकारी विभाग के अधिकारियों को दी। जहां रेंजर एसके दुबे सहित अन्य वनकर्मी मौके पर पहुंचे और मृतक के शव का पंचनामा कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं मृतक के परिजनों को तत्काल आर्थिक सहायता राशि भी दिया गया है।
96 हाथी कर रहे विचरण
धरमजयगढ़ वन मंडल में 96 हाथियों का अलग-अलग दल विचरण कर रहा है। जहां सबसे अधिक हाथी छाल रेंज में हैं। छाल रेंज के बेहरामार, पुरूंगा, बंगुरसता, सिंघीछाप व हाटी में 44 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। ऐसे में क्षेत्र के लोगों के बीच दहशत का भी माहौल है और विभाग के अधिकारियों के द्वारा हाथी से बचाव के उपाए भी बताए जा रहे हैं।
वर्सन
छाल रेंज में बीती रात एक हाथी ने ग्रामीण पर हमला कर उसे मार दिया। मामले की जानकारी मिलने पर तत्काल आगे की कार्रवाई की गई है। मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता राशि दिया गया है।
प्रणय मिश्रा
डीएफओ, धरमजयगढ़ वन मंडल
Comment Now