इंदौर। एमवाय अस्पताल परिसर में 336 करोड़ की लागत से तैयार होने वाले 10 मंजिला सुपर स्पेशियलिटी सेंटर की नींव गुरुवार को रखी जाएगी। सेंट्रल इंडिया के सबसे बड़े अस्पताल में दिल से लेकर दिमाग तक की गंभीर बीमारियों का निदान होगा। इसे दो साल में तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है।
ढक्कन वाला कुआं के पास करीब साढ़े तीन एकड़ जमीन पर बनने वाले इस सेंटर की योजना 2014 में तैयार हुई थी। तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के समक्ष इसका प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन योजना ठंडे बस्ते में चली गई। 2016 में फिर यह मामला उठा। इस बार इसे प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना फेज-4 में जगह मिल गई। प्रारंभिक रूप से यह योजना 200 करोड़ रुपए की थी। इसमें से 90 करोड़ रुपए सिर्फ इमारत पर खर्च होना थे। बाद में इसमें कुछ और विभागों को शामिल किया गया, जिसके बाद इसकी लागत करीब 336 करोड़ रुपए पहुंच गई। इसमें से 142 करोड़ रुपए 10 मंजिला इमारत के निर्माण पर खर्च होंगे।
ढाई मिनट में मरीज को सेंटर पहुंचाने का लक्ष्य
सेंटर के दो मेनगेट होंगे। पहला ढक्कनवाला कुआं की तरफ और दूसरी एमवायएच की तरफ। एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ.शरद थोरा के मुताबिक एमवायएच की ट्रॉमा यूनिट से सुपर स्पेशियलिटी सेंटर तक सड़क भी बनाई जाना है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य गंभीर मरीज को हर हालत में दो से ढाई मिनट में सेंटर पहुंचाने का है। मरीज एमवायएच आए बगैर भी ढक्कनवाला कुआं वाले गेट से सेंटर पहुंच सकेंगे।
इन विभागों के होने से यह होगा फायदा
कार्डियोलॉजी : दिल के मरीजों को एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी की सुविधा मिलेगी।
कार्डियक सर्जरी : अस्पताल में दिल के बड़े ऑपरेशन जैसे ओपन हार्ट सर्जरी, बायपास सर्जरी हो सकेगी।
न्यूरोलॉजी : लकवे के मरीजों के इलाज के लिए कैथ लैब होगी। दिमाग की नसों का आधुनिक तकनीकों से इलाज हो सकेगा
न्यूरो सर्जरी : ब्रेन ट्यूमर जैसे जटिल ऑपरेशन हो सकेंगे। ब्रेन की नसों के ऑपरेशन की सुविधा मिलने के बाद लकवे के 80 फीसदी मरीज ठीक हो सकेंगे
नेफ्रोलॉजी और यूरोलॉजी : किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा अस्पताल में ही मिलने लगेगी। सुपर स्पेशियलिटी सेंटर में करीब एक दर्जन डायलिसिस मशीनें लगाई जाएंगी।
जीआई मेडिसिन और जीआई सर्जरी : पेट की गंभीर बीमारियों का इलाज शुरू हो सकेगा। आंतों के कैंसर की सर्जरी शुरू होगी।
प्लास्टिक सर्जरी : दुर्घटनाओं और हादसों में होने वाली चेहरे सहित शरीर के अंगों की विकृति को दूर किया जा सकेगा।
पीजी सीटों का भी होगा फायदा
सेंटर शुरू होने के बाद एमजीएम मेडिकल कॉलेज को अलग-अलग विभागों में करीब 50 पीजी सीटों का फायदा होगा। इसके अलावा कॉलेज में डीएम और एमसीएच कोर्स भी शुरू हो सकेंगे। इसकी 40 सीटें मिलने का अनुमान है।
सीएम भी हो सकते हैं शामिल
सेंटर का भूमिपूजन कार्यक्रम गुरुवार शाम करीब 5 बजे शुरू होगा। इसमें लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा शामिल होंगे। मेडिकल कॉलेज के मुताबिक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री शाम 4.25 बजे इंदौर पहुंचेगे। इसके बाद वे रेसीडेंसी जाएंगे। वहां से वे कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के शामिल होने की भी संभावना है। हालांकि बुधवार शाम तक इसकी पुष्टि नहीं हो सकी।
फैक्ट फाइल
3.5 एकड़ -जमीन पर होगा निर्माण
336 करोड़ रुपए आएगी प्रोजेक्ट पर लागत
142 करोड़ - खर्च होंगे निर्माण पर
140 करोड़ -मशीनों और उपकरणों पर आएगा खर्च
56 करोड़ -स्टाफ की तैनाती पर खर्च
2.5 लाख वर्गफीट क्षेत्रफल में होगा निर्माण
10 -ऑपरेशन थिएटर होंगे
5-मॉड्यूलर ओटी होंगे
300- बिस्तरों का होगा सुपर स्पेशियलिटी सेंटर
4- आईसीयू होंगे
70 -बिस्तर होंगे प्रत्येक आईसीयू में
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