Sunday, 25th May 2025

महिला पत्रकार का गाल थपथपाने वाले तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने विवाद बढ़ने पर माफी मांगी

Thu, Apr 19, 2018 6:31 PM

चेन्नई.तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित और एक महिला जर्नलिस्ट के बीच विवाद खत्म होता नजर आ रहा है। दरअसल, मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद महिला ने पुरोहित से कोई सवाल पूछा। जवाब में पुरोहित ने महिला का गाल थपथपा दिया और आगे बढ़ गए। इसके बाद, पत्रकार ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इस घटना का फोटो शेयर करते हुए नाराजगी जताई और राज्यपाल से माफी की मांग की थी। तमिलनाडु जर्नलिस्ट एसोसिएशन भी पत्रकार के साथ खड़ा हो गया।

क्या है मामला?
- घटना मंगलवार की है। महिला पत्रकार का नाम लक्ष्मी सुब्रमण्यम है। वो एक अंग्रेजी मैगजीन के लिए काम करती हैं। लक्ष्मी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को कवर करने के लिए तमिलनाडु के राजभवन गईं थीं। 
- प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्यपाल ने उनको लेकर चल रहे एक विवाद पर सवालों के जवाब दिए। 
- प्रेस काॅन्फ्रेंस के बाद राज्यपाल निकलने लगे। इसी दौरान कतार में खड़े पत्रकारों में से एक लक्ष्मी ने राज्यपाल से कोई सवाल किया। राज्यपाल ने सवाल ध्यान से सुना और मुस्कराते हुए जर्नलिस्ट के गाल को थपथपा दिया। इसके बाद वो वहां से चले गए।

जर्नलिस्ट्स में गुस्सा
- राज्यपाल के बर्ताव पर महिला पत्रकार ने गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा- मैं कई बार अपना चेहरा धो चुकी हूं। लेकिन, अब तक इसे साफ नहीं कर पाई हूं। मैं बेहद गुस्से में हूं मिस्टर गवर्नर। हो सकता है कि ये आपका तारीफ करने का दादाजी वाला अंदाज हो, लेकिन मेरे हिसाब से ये बिल्कुल गलत था। 
- डीएमके नेता और सांसद कनिमोझी ने भी जर्नलिस्ट का समर्थन किया और राज्यपाल की हरकत की निंदा की। कई लोगों ने राज्यपाल से इस मामले में महिला पत्रकार से माफी मांगने की मांग की।

राज्यपाल ने क्या कहा?
- विवाद बढ़ता देख राज भवन की तरफ से बुधवार दोपहर एक पत्र जारी किया गया। इसमे लक्ष्मी सुब्रमण्यम से माफी मांगी गई है। 
- लेटर में राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने कहा- आपका 18 अप्रैल 2018 को भेजा गया ईमेल मिला। आपने प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद की घटना का जिक्र किया है। मैंने आपके सवाल को अच्छा माना था। इसकी तारीफ करने के लिए मैंने आपके गाल को थपथपा दिया था क्योंकि आप मेरे लिए मेरी ग्रैंड डाॅटर यानी पोती की तरह हैं। मैंने स्नेह के चलते और आपको जर्नलिस्ट के तौर पर सराहने के लिए ऐसा किया था। क्योंकि, मैं भी इस प्रोफेशन में 40 साल तक रह चुका हूं। आपके मेल से मुझे पता लगा कि आप इस घटना से पीड़ित महसूस कर रही हैं। अगर आपको इस घटना से ठेस पहुंची है तो मैं आपसे माफी मांगता हूं। 
- राज्यपाल के पत्र के बाद लक्ष्मी ने कहा कि वो राज्यपाल को माफ कर रही हैं।

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